जीरो और एक के खेल में कोआपरेटिव सोसायटी ने किसानों के लाखों डकारे, दो गिरफ्तार

अंबाला शहर के सौंटी गांव दी सौंटी कोआरपेटिव सोसायटी में पांच गांवों के किसानों का लाखों रुपया कर्मचारी और अधिकारी डकार गए। किसान अपने खाते से रुपये निकलवाने के लिए सोसायटी में वाउचर जमा करवाते थे जिसमें जीरो (0) और एक (1) का खेल करके लाखों रुपये डकार लेते थे। किसानों के खातों से रुपये निकलते रहे लेकिन लंबे समय तक इनको भनक तक नहीं लगी। घोटाला बढ़ा तो मामले की जांच विजिलेंस ने की और सोमवार को कोआपरेटिव सोसायटी के सदस्य रामपाल और शेर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से पूछताछ जारी है। इस मामले में और किस-किस कर्मचारी या अधिकारी भूमिका है उस पर सवाल किए जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 08:40 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 08:40 AM (IST)
जीरो और एक के खेल में कोआपरेटिव सोसायटी ने किसानों के लाखों डकारे, दो गिरफ्तार
जीरो और एक के खेल में कोआपरेटिव सोसायटी ने किसानों के लाखों डकारे, दो गिरफ्तार

दीपक बहल, अंबाला शहर : अंबाला शहर के सौंटी गांव दी सौंटी कोआरपेटिव सोसायटी में पांच गांवों के किसानों का लाखों रुपया कर्मचारी और अधिकारी डकार गए। किसान अपने खाते से रुपये निकलवाने के लिए सोसायटी में वाउचर जमा करवाते थे, जिसमें जीरो (0) और एक (1) का खेल करके लाखों रुपये डकार लेते थे। किसानों के खातों से रुपये निकलते रहे, लेकिन लंबे समय तक इनको भनक तक नहीं लगी। घोटाला बढ़ा तो मामले की जांच विजिलेंस ने की और सोमवार को कोआपरेटिव सोसायटी के सदस्य रामपाल और शेर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से पूछताछ जारी है। इस मामले में और किस-किस कर्मचारी या अधिकारी भूमिका है, उस पर सवाल किए जा रहे हैं।

हुआ यूं कि करीब छह साल पहले किसानों के खाते से रुपये गायब होने की सूचना राज्य सरकार तक पहुंची। जांच का जिम्मा विजिलेंस अंबाला को दिया गया। विजिलेंस की जांच में इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसके बाद सन 2013 में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। विजिलेंस जांच में पाया कि कर्मचारियों ने जहां किसानों के लाखों रुपये वाउचर में छेड़छाड़ कर निकाल लिए, वहीं सोसायटी के खाते से भी रुपये निकाले गए। सोसायटी से इफ्को के नाम से तीन लाख और 62 हजार रुपये का एक चैक भी जारी किया गया, जबकि इफ्को की कोई देनदारी नहीं थी। इस चैक को कर्मचारियों ने कैश करवा लिया और राशि डकार गए। विजिलेंस ने मामला दर्ज किया, तो कोआपरेटिव सोसायटी के आला अधिकारी भी जाग गए और ऑडिट भी शुरू करा दिया।

उधर, विजिलेंस ने जिन किसानों के खातों से रुपये वाउचर में छेड़छाड़ कर निकाले गए, उनकी लिस्ट तैयार की। इस मामले में पहले जहां तीन कर्मचारियों को नामजद किया गया था, वहीं अब जांच में करीब 9 लोग जिम्मेदार माने जा रहे हैं। विजिलेंस ने फिलहाल छह साल बाद दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अभी सात अन्य की गिरफ्तारी होनी है।

---------------

जांच के दौरान कर्मचारी ने किया सुसाइड

विजिलेंस ने जब इस मामले की जांच पड़ताल शुरू की, तो सेल्समैन हरबंस ने आत्महत्या कर ली। सूत्रों का कहना है कि विजिलेंस की जांच में हरबंस भी लपेटे में आया था। गिरफ्तारी और बदनामी का सदमा सहन नहीं कर पाया और उसने सुसाइड कर लिया।

----------------

फोटो नंबर :: 02

आरोपितों से पूछताछ जारी : एसपी विजिलेंस

अंबाला मंडल के एसपी विजिलेंस सतीश कौशिक ने बताया कि कोआपरेटिव सोसायटी घोटाले में शेर सिंह और रामपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों से पूछताछ जारी है कि इस घोटाले में कितने कर्मचारी और अधिकारी लिप्त हैं। कोआपरेटिव सोसायटी के सदस्यों व अधिकारियों ने हेराफेरी कर आपस में ही बंदरबांट की है। इस मामले में अन्य फरार आरोपितों की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

chat bot
आपका साथी