दुकानों का किराया वसूलने में नगर परिषद के अधिकारी नाकाम

नगर परिषद छावनी के अधिकारी अपनी किराये पर दी दुकानों का किराया लेने में कामयाब नहीं हो रहे। दुकानदारों ने करीब दो करोड़ रुपया दबाया हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 12 Mar 2021 08:05 AM (IST) Updated:Fri, 12 Mar 2021 08:05 AM (IST)
दुकानों का किराया वसूलने में नगर परिषद के अधिकारी नाकाम
दुकानों का किराया वसूलने में नगर परिषद के अधिकारी नाकाम

जागरण संवाददाता, अंबाला: नगर परिषद छावनी के अधिकारी अपनी किराये पर दी दुकानों का किराया लेने में कामयाब नहीं हो रहे। दुकानदारों ने करीब दो करोड़ रुपया दबाया हुआ है। एक तरफ कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलता वहीं दूसरी तरफ विकास के लिए ग्रांट पर निर्भर होना पड़ रहा है। अब नगर परिषद किराया वसूलने के लिए अभियान चलाने के मूड में है। पहले भी अभियान चलाकर दुकानों को सील कर रिकवरी की गई थी। तब कुछ दुकानदारों ने कार्रवाई के डर से बकाया जमा करा दिया था। अब भी करीब 150 लोग ऐसे हैं जिन पर 50-50 हजार रुपये किराया बकाया है। दुकानदारों को नोटिस भी भेजे गए। फिर भी नगर परिषद बकाया तक नहीं निकाला पाया।

---------------- प्रॉपर्टी टैक्स भी छह करोड़ बकाया

नगर परिषद का लोगों पर छह करोड़ बकाया है। करीब पांच बार छूट देने के बावजूद लोग प्रॉपर्टी टैक्स जमा तक नहीं कर पा रहे हैं। वर्ष 2020-21 में नगर परिषद महज दो करोड़ ही प्रॉपर्टी टैक्स वसूल पाया है। प्रॉपर्टी सील करने के बाद भी बकाया जमा नहीं हुआ। लोगों को नोटिस भी भेजे जा रहे हैं।

नगर परिषद के अधिकारियों का कहना है कि प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने के लिए लोगों को कई बार कहा गया, कई बार छूट दी गई। बावजूद कुछ ही लोगों ने टैक्स जमा कराया है। टैक्स के जमा नहीं होने से कई विकास कार्य रुके पड़े हैं। लोगों को चाहिए कि वो समय से टैक्स जमा कराएं। ------------

दुकानदार और प्रॉपर्टी टैक्स वसूलने के लिए फिर से अभियान चलाया जाएगा। करीब 931 दुकान है जिन पर दो करोड़ के बकाया है।

राजेश कुमार, सचिव, नगर परिषद

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