कैंटोनमेंट बोर्ड का हाउस आज होगा भंग, आठ करोड़ के विकास कार्यो को हरी झंडी

कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला (सीबीए) का हाउस 10 फरवरी यानी बुधवार से भंग हो जाएगा। अब तक 16 मेंबर बोर्ड में थे लेकिन अब महज तीन रह जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 06:35 AM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 06:35 AM (IST)
कैंटोनमेंट बोर्ड का हाउस आज होगा भंग, आठ करोड़ के विकास कार्यो को हरी झंडी
कैंटोनमेंट बोर्ड का हाउस आज होगा भंग, आठ करोड़ के विकास कार्यो को हरी झंडी

जागरण संवाददाता, अंबाला : कैंटोनमेंट बोर्ड अंबाला (सीबीए) का हाउस 10 फरवरी यानी बुधवार से भंग हो जाएगा। अब तक 16 मेंबर बोर्ड में थे, लेकिन अब महज तीन रह जाएंगे। सीबीए के सीईओ अनुज गुप्ता और ब्रिगेडियर आरएस मथारू मेंबर होंगे। तीसरे मेंबर की मिनिस्ट्री आफ डिफेंस (एमओडी) की तैनाती की जाएगी। मंगलवार को करीब 20 मिनट की मीटिग में 16 एजेंडे रखे गए, जिनमें 8 करोड़ के विकास कार्यों को हरी झंडी दे दी गई। लंबे समय से लटके दस मोबाइल टावरों का मामला अभी सिरे नहीं चढ़ सका। हालांकि बैठक में पांच कैंटोनमेंट बोर्ड और पांच सिविलियन क्षेत्र में टावर लगने की सहमति बनी है। सबसे अच्छी बात यह रही कि अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही कैंट की सड़कों के नाम देश के जांबाज सेना अधिकारियों के नाम से रखे जाएंगे। छावनी की काली पलटन पुल का नाम पहले ही कैप्टन उमराव सिंह फ्लाइओवर किया जा चुका है, जबकि अब नाम एलएनबाई लाइन का नाम थिमय्या लाइन तथा मैंसफील्ड रोड का नाम गनर्स अवेन्यू रखा जाएगा।

------- थिमय्या ने द्वितीय विश्व युद्ध में संभाली थी कमान

केएस थिमय्या (1906-1965) ब्रिटिश काल में सेना में शामिल हुए थे। उन्होंने 1961 से 1962 तक सेना के प्रमुख के रूप में कार्य किया। साथ ही 1962 में चीन के साथ संघर्ष का नेतृत्व किया। जनरल थिमय्या ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान युद्ध में एक इंफेंट्री ब्रिगेड की कमान संभाली थी। कोरियाई युद्ध के बाद थिमय्या ने युद्ध के कैदियों के प्रत्यर्पण से निपटने के लिए एक संयुक्त राष्ट्र इकाई का नेतृत्व किया। सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें जुलाई 1964 से दिसंबर 1965 तक साइप्रस में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के कमांडर के रूप में नियुक्त किया गया था। 18 दिसंबर 1965 को सक्रिय ड्यूटी पर रहते हुए साइप्रस में उनकी मृत्यु हो गई।

-------------- ये होंगे विकास कार्य

कैंटोनमेंट 1, 28000 रुपये रिपेयरिग में खर्च करेगा। इसमें खड्गा प्री-प्राइमरी स्कूल, बाना सिंह एनक्लेव, गोल्फ कोर्स रोड, सीडब्ल्यू लाइन, यदूनाथ विहार, खड्गा सीएसडी गेट, जोगिन्दर सिंह लाइन्स, तारापुर एनक्लेव आदि शामिल है। इसके अलावा 1.20 लाख परेड स्कूल, आकाश गंगा कम्युनिटी हॉल, कंसर्वेंसी लेन, रिसाला बाजार, हिम्मतपुरा, डेयरी फार्म आदि पर खर्च किए जाने है।

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अब केवल तीन सदस्य कैंटोनमेंट बोर्ड को चलाएंगे। लेकिन इस बीच विकास कार्य पूरे किए जाएंगे। जो प्रोजेक्ट फाइनल हो गए हैं, उन पर काम किया जाना है।

अनुज गोयल, सीईओ, कैंटोनमेंट बोर्ड

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