अंबाला में आयुष्मान कार्डधारकों ने निजी अस्पतालों में दस करोड़ रुपये का इलाज कराया

अंबाला में आयुष्मान कार्डधारकों ने निजी अस्पतालों में मरीजों ने करीब दस करोड़ रुपये का इलाज मुफ्त कराया है। वहीं सरकारी अस्पतालों में मरीजों ने करीब 14.31 करोड़ रुपये का इलाज कराया है। वहीं मुलाना मेडिकल कालेज में मरीजों ने 8.5 करोड़ रुपये का इलाज कराया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 07:55 AM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 07:55 AM (IST)
अंबाला में आयुष्मान कार्डधारकों ने निजी अस्पतालों में दस करोड़ रुपये का इलाज कराया
अंबाला में आयुष्मान कार्डधारकों ने निजी अस्पतालों में दस करोड़ रुपये का इलाज कराया

जागरण संवाददाता, अंबाला शहर: अंबाला में आयुष्मान कार्डधारकों ने निजी अस्पतालों में मरीजों ने करीब दस करोड़ रुपये का इलाज मुफ्त कराया है। वहीं सरकारी अस्पतालों में मरीजों ने करीब 14.31 करोड़ रुपये का इलाज कराया है। वहीं मुलाना मेडिकल कालेज में मरीजों ने 8.5 करोड़ रुपये का इलाज कराया।

मालूम हो कि मुख्यालय ने वर्ष 2011 की जनगणना के हिसाब से आयुष्मान कार्ड बनाने का काम जारी है। आयुष्मान योजना में करीब 311149 लाभार्थियों के कार्ड बनाए जाने हैं। इसलिए सितंबर में आयुष्मान पखवाड़े में कार्ड बनाने के लिए गांव-शहर में कैंप लगाने का काम किया। बावजूद अभी तक 133826 लाभार्थियों के कार्ड बने हैं, जबकि 177343 आयुष्मान कार्ड पेडिग हैं। वहीं गांव से लेकर शहर में आयुष्मान योजना के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है, ताकि लाभार्थियों को योजना का लाभ मिले।

इस संबंध में एएसएमओ डा. सुखप्रीत ने बताया कि अंबाला के सरकारी अस्पतालों में कार्डधारकों ने करीब 14 .31 करोड़ रुपये का मुफ्त इलाज कराया है। इस योजना में कार्ड धारकों को एक वर्ष में पांच लाख रुपये का इलाज मुफ्त मिलता है।

--------------- दोस्त बनकर किया काल और खातों से उड़ा दिए 1 लाख 42 हजार

जागरण संवाददाता, अंबाला : थाना महेश नगर पुलिस ने सुरेश कुमार की शिकायत पर 1 लाख 42 हजार रुपये की ठगी का केस दर्ज किया है। सुरेश ने बताया कि उनका एक खाता एसबीआई बब्याल में तो दूसरा बैंक आफ इंडिया पानीपत में है। उनके पास फोन आया कि जिसने बताया कि वह उसका दोस्त रमेश मास्टर बोल रहा है।

उसने बताया कि उसे किसी से पैसे लेने हैं तो वह अपना अकाउंट नंबर दे। वह उनके खाते में रुपये भेजेगा और बाद में शाम को ले लेगा। उसने ओटीपी पूछा जो बता दिया। इसके बाद उसके खाते से रुपये निकल ए। इसी दौरान उनका एक मित्र आया, जिसे कहा कि उसने अपने दोस्त को कहा कि वह 95 हजार रुपये बताए गए खाते में डाल दे जो भेज दिए गए। इसके बाद वह अपने दोस्त के पास मास्टर के पास गया, तो उसने बताया कि उन्होंने कोई फोन नहीं किया। इसके बाद जिस नंबर से काल आई थी वह डायल किया, लेकिन यह बंद मिला। पुलिस ने आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

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