अंबाला के विधायक असीम गोयल ड्रीम प्रोजेक्ट पर फिर लगे ब्रेक, अर्बन लोकल बाडी विभाग ने जताई आपत्ति, मांगा जवाब

2015 में जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल अंबाला पहुंचे तो उन्होंने कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। उसमें महावीर पार्क के सौंदर्यीकरण को भी शामिल किया था। इसके लिए साढ़े 3 करोड़ रुपये की घोषणा की। लेकिन दोबारा बजट रिवाइज हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 31 Oct 2022 08:26 AM (IST) Updated:Mon, 31 Oct 2022 08:26 AM (IST)
अंबाला के विधायक असीम गोयल ड्रीम प्रोजेक्ट पर फिर लगे ब्रेक, अर्बन लोकल बाडी विभाग ने जताई आपत्ति, मांगा जवाब
अंबाला के महावीर पार्क के जीर्णोद्धार पर लापरवाही की पावर ब्रेक।

अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल के ड्रीम प्रोजेक्ट और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा महावीर पार्क के जीर्णोद्धार पर लापरवाही के पावर ब्रेक लग गए हैं। करीब 18 माह से बंद पड़े महावीर पार्क के रिवाइज बजट पर अर्बन लोकल बाडी विभाग ने आपत्ति जताते हुए फाइल वापस भेज दी है। लिहाजा इस साल भी महावीर पार्क का जीर्णोद्धार नहीं होगा।

3.5 करोड़ रुपये की लागत से महावीर पार्क के जीर्णोद्धार की घोषणा की थी। लेकिन 2015 की राज्य सरकार की यह घोषणा 7 साल बाद भी अधर में लटकी है। हालांकि इस योजना का छह गुणा न केवल बढ़ा है बल्कि 18.48 करोड़ की राशि अब तक इसपर खर्च भी कर दी गई है। अब 5वीं बार इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए रिवाइज बजट की फाइल यूएलबी भेजी की गई थी जिस पर 13 आपत्तियां लगाकर विभाग ने वापस नगर निगम को लौटा दिया है। बता दें कि महावीर पार्क का काम निर्धारित समय से 38 महीने लेट हो चुका है।

महावीर पार्क की अब तक की अनसुनी कहानी

वर्ष 2012 फरवरी माह में पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा ने 75 लाख रुपये की लागत से तैयार इस पार्क का उद्घाटन किया था। इसके बाद से लेकर आज तक कई डीसी आए और नगर निगम के करीब 15 आयुक्त बदले लेकिन पार्क की सूरत और सीरत नहीं बदली। वर्ष 2014 में तत्कालीन डीसी केएम पांडुरंग ने दो जनवरी को पार्क का दौरा करके पार्क के अंदर की सड़कों को नए सिरे से बनाने के साथ-साथ पार्क में लाइटें तथा सोलर लाइटें लगाई गई थी और बंद पड़े रेस्त्रां का काम भी शुरू कराया था।

धीरे-धीरे पार्क की हालात बदतर हो गई हो। 2015 में जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल अंबाला पहुंचे तो उन्होंने कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। उसमें महावीर पार्क के सौंदर्यीकरण को भी शामिल किया था। इसके लिए साढ़े 3 करोड़ रुपये की घोषणा की। लेकिन दोबारा बजट रिवाइज हुआ। 8 अगस्त 2017 में पार्क के साथ नवरंग राय तालाब को भव्य रूप देने के लिए 20 करोड़ रुपये की लागत से काम शुरू हुआ। इसमें महावीर पार्क के लिए 8 करोड़ रुपये की घोषणा हुई। बाद में बजट करीब 9 करोड़ और फिर इसे बढ़ाकर 18.48 करोड़ कर दिया गया। जोकि जून 2021 में खत्म हो गया था।

तालाब में पुल बनाने से लेकर लाइटिंग तक का होना है काम

पार्क को भव्य स्वरूप देने के लिए यहां रेस्टोरेंट, तालाब के चारों ओर घूमने के लिए रास्ता, तालाब में किश्ती की सुविधा, पार्क में बैठने के लिए विशेष स्थान, बच्चों के लिए झूले, औषधीय पौधे व अन्य सुविधाओं के अलावा विशेष तौर पर लाल पत्थर लगाए जाने हैं। सबसे आकर्षण का केंद्र 300 फुट लंबे और 20 फुट चौड़े पुल के दोनों ओर 8 रंगीन फव्वारे होंगे। सरोवर में स्नान के लिए 6 घाट तैयार किए जा रहे हैं। सरोवर के पूर्व और पश्चिम की तरफ दो प्रवेश द्वार भी बनाए जाने हैं। इसमें कारिडोर, चिल्ड्रन पार्क, गजीबो, कैफेटेरिया सुविधाओं के साथ-साथ इस पार्क को बाल भवन परिसर से जोड़ने के लिए एक संपर्क पुल भी तैयार करना है। लिहाजा अभी भी 50 फीसदी काम बाकी है।

क्या लगाई गई हैं आपत्तियां अधिकारियों का दावा है कि महावीर पार्क में बनी झील की गहराई बहुत ज्यादा है। इसमें दो हाथियों को डुबाव है। यानी कहीं-कहीं 30 फुट तक इसकी गहराई है। इसीलिए अर्थ फिलिंग की जाएगी। लेकिन नेचुरल सरफेस लेवल कितना है और फिनिशड कितना होगा यह रिवाइज बजट फाइल में नहीं बताया। प्रोजेक्ट में कितनी मात्रा में स्टील लगना है या बार बाइंडिंग शेड्यूल की गणना तक रिवाइज बजट प्रोजेक्ट में नहीं भेजा गया। पुराना एस्टीमेट कितना था, रिवाइज कितना हुआ और अब प्रस्तावित एस्टीमेट कितना है वह भी संलग्न नहीं किया गया। डिटेल नोटिस इनवाइट टेंडर की कापी भी रिवाइज प्रस्ताव में नहीं लगाई गई। महावीर पार्क का क्या प्लान था उसकी ड्राइंग, स्वीकृत ड्राइंग और मूल्यांकन रिपोर्ट भी नहीं लगाई गई। महावीर पार्क का अभी तक कितना काम हुआ है, कितना होना चाहिए थे और प्रगति रिपोर्ट फिजिकल और फाइनेंशल यह भी नहीं बताई गई। साइट प्लान तक फाइल में नहीं लगाया गया था। इस तरह कुल 13 आपत्तियां रिवाइज बजट फाइल पर लगाई गई हैं।

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