Gujarat: सुरेन्द्रनगर में जहरीली शराब पीने से दो की मौत, दो की हालत नाजुक

Poisonous Liquor सुरेन्द्रनगर जिले के लखतर में जहरीली शराब पीने से दो व्यक्तियों की मौत हो गई है जबकि अन्य दो अन्य की हालत नाजुक है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 04:45 PM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 08:01 PM (IST)
Gujarat: सुरेन्द्रनगर में जहरीली शराब पीने से दो की मौत, दो की हालत नाजुक
Gujarat: सुरेन्द्रनगर में जहरीली शराब पीने से दो की मौत, दो की हालत नाजुक

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Poisonous Liquor: गुजरात के सुरेन्द्रनगर जिले के लखतर में जहरीली शराब पीने से दो व्यक्तियों की मौत हो गई है, जबकि अन्य दो अन्य की हालत नाजुक है। उन्हें स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लखतर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। लखतर के बजरंगपुरा की यह घटना है। यहां रविवार शाम को चार हापार के निकट अवैध रूप से बेचे जा रही देशी शराब पीने चार लोग गए थे। शराब पीने के बाद चारों की तबियत खराब होने लगी। इसके बाद चारों को 108 एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया, जहां दो लोगों की मौत हो गई। घटना की सूचना पाते ही लखतर थाने का काफिला भी आ पहुंचा। पुलिस ने बताया कि वेलजीभाई वशरामभाई आधारा और नर सिंह भाई विरमगामीया की जहरीली शराब पीने से मौत हुई है। फिलहाल, यह प्राथमिक रिपोर्ट है। पोस्टमोर्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चलेगा। वहीं, अन्य दो लोगों की हालत नाजुक है। फिलहाल, मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 

गौरतलब है कि गुजरात में जुलाई, 2018 में घर में शराब छिपी होने की बात कहकर महिला के घर 'छापा' मारने के लिए हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। तीनों पर घर में घुसपैठ करने समेत कई अन्य आरोप लगाए गए हैं। तीनों नेताओं ने गुरुवार को अपने दर्जनों समर्थकों के साथ कंचनबेन माकवाना नाम की महिला के घर पर 'छापा' मारा था। तीनों नेताओं ने तब कहा था कि वे शराब माफिया को बेनकाब कर देंगे। महिला का मकान गांधीनगर पुलिस उपकप्तान के घर के नजदीक है।

गुरुवार को नकली शराब पीने की वजह से अडिवाडा गांव के चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। जिसके बाद तीनों नेता पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे। यहीं से तीनों नेताओं ने शराब माफिया को बेनकाब करने की बात कही और 'जनता रेड' करते हुए महिला के घर जा घुसे। फिलहाल, मकवाना ने तीनों नेताओं के खिलाफ गांधी नगर के सेक्टर-21 थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के मुताबिक हार्दिक पटेल, विधायक अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी अपने समर्थकों के साथ उस वक्त घर में आ घुसे जब कोई पुरुष मौजूद नहीं था। महिला ने शिकायत में ये भी आरोप लगाया कि उल्टा इन लोगों ने घर में देसी शराब के दो पाउच रखे, ताकि ये साबित कर सकें कि वह शराब बेचती है।

महिला का कहना है कि वह शराब नहीं बेचती और घर से जो दो पाउच देसी शराब मिली है, वह इन नेताओं के समर्थकों ने ही घर में रखी है। फिलहाल, पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल, स्वतंत्र विधायक जिग्नेश मेवाणी और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर के खिलाफ विभिन्ना धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर वी.एन. यादव ने कहा कि फिलहाल, मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। साल 1960 से गुजरात में शराब का उत्पादन, भंडारण (स्टोर करना) और बिक्री के अलावा पीना भी बैन है।

वहीं, हार्दिक पटेल ने इस मामले को लेकर ट्विटर पर गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने एक के बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए। पटेल ने लिखा कि भाजपा और पुलिस ने अपनी इज्जत बचाने के लिए शराब का धंधा नहीं हो रहा यह साबित कर दिया और शराब के धंधा करने वाले लोगों से ही हम पर एफआइआर करवाई पुलिस का काम जनता ने किया। उन्होंने कि आतंकी जनता की जान लेता हैं और शराब का ठेके वाला भी! मेरे लिए गांधी के गुजरात में आतंकी और देशी शराब के ठेके वाले एक समान हैं। पुलिस और भाजपा ने यह साबित कर दिया की गांधी के गुजरात में शराब माफिया अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकते हैं पुलिस और भाजपा उनके साथ हैं।

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