स्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात आएंगे

बोचासणवासी अक्षर पुरुषोत्‍तम स्‍वामीनारायण संप्रदाय के संत प्रमुख स्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह गुजरात आएंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 15 Aug 2016 06:07 AM (IST) Updated:Mon, 15 Aug 2016 06:26 AM (IST)
स्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज गुजरात आएंगे

अहमदाबाद। बोचासणवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संप्रदाय के संत प्रमुख स्वामी महाराज के अंतिम दर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह गुजरात आएंगे। प्रमुख स्वामी शनिवार शाम 6 बजे ब्रम्हलीन हो गए थे। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी आदि नेताओं ने रविवार को दर्शन करने साळंगपुर पहुंचे।

स्वामीनारायण संप्रदाय के प्रमुख स्वामी महाराज शनिवार शाम को ब्रम्हलीन हुए थे, साळंगपुर में 17 अगस्त तक उनके दर्शन किए जा सकेंगे। दर्शनों के लिए देश विदेश से भक्तों व स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायियों की भारी भीड यहां उमड रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह दस बजे अहमदाबाद आएंगे, हेलीकॉप्टर से वे साळंगपुर प्रमुख स्वामी के अंतिम दर्शन करने पहुंचेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री विजय रुपाणी व उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने साळंगपुर पहुंचकर स्वामीजी के दर्शन किए तथा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। रुपाणी ने बताया कि प्रमुख स्वामी के अंतिम दर्शनों के लिए लाखों भक्त यहां आनेवाले हैं इसलिए आईएएस पूनमचंद परमार तथा 5 आईपीएस को व्यवस्था के लिए नियुक्त किया गया है।

बीएपीएस ने गुजरात के अलग अलग राज्यों के भक्तों के लिए 14 से 17 अगस्त तक चौबीसों घंटे जिला वार दर्शन की व्यवस्था की है। जबकि प्रवासी भारतीयों के लिए 17 अगस्त को दर्शन की विशेष वयवस्था रहेगी।

केशवजीवन होंगे उत्तराधिकारी

प्रमुख स्वामी ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में स्वामी केशवजीवन दास महाराज को चुना है। वर्ष 2012 में ही उन्होंने अपने उत्तराधिकारी का नाम लिफाफे में लिखकर रख दिया था। प्रमुख स्वामी ने अपने 65 वर्ष के कार्यकाल में देश विदेश के 70 हजार से अधिक गांव व शहरों का भ्रमण कर 1100 मंदिरों निर्माण कराया। नशामुक्ति व संसकार सिंचन के लिए 9090 संस्कार केन्द्र व 55000 स्वयंसेवक तैयार किए जो भूकंप, अकाल, सूखा व अन्य आपदा में लोगों की मदद करने पहुंच जाते हैं।

वडोदरा में हुआ था जनम

प्रमुख स्वामी का जन्म 7 दिसंबर 1921 को वडोदरा के चाणसद गांव में हुआ था। उनके बचपन का नाम शांतिलाल था, शास्त्रीजी महाराज ने 1939 में उन्हें दीक्षा दी थी, 1950 को वे बीएपीएस के प्रमुख स्वामी बने तब से 13 अगसत 2016 तक वे मानवमात्र की सेवा करते रहे।

देश विदेश से भक्त व स्वामीनारायण संप्रदाय के अनुयायी दर्शन करने भारी संख्या में गुजरात पहुंच रहे हैं ।

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