जैन समुदाय ने कभी नहीं मांगा अल्पसंख्यक का दर्जा: विजय रुपाणी

अल्‍पसंख्‍यक विकास ट्रस्‍ट की कार्यशाला में भाजपा अध्‍यक्ष रुपाणी ने कहा कि जैन समुदाय ने कभी भी खुद के लिए अल्‍पसंख्‍यक का दर्जा नहीं मांगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 27 Jun 2016 06:04 AM (IST) Updated:Mon, 27 Jun 2016 06:14 AM (IST)
जैन समुदाय ने कभी नहीं मांगा अल्पसंख्यक का दर्जा: विजय रुपाणी

अहमदाबाद। जैन समुदाय खुद के लिए अल्पसंख्यक दर्जा नहीं चाहता था, कांग्रेस ने अपने चुनावी फायदे के लिए जैनों को हिन्दुओं से अलग कर अल्पसंख्यक बना दिया। गुजरात भाजपा के अध्यक्ष विजय रुपाणी ने अल्पसंख्यकों के विकास पर हुई एक कार्यशाला में यह बात कही।

अल्पसंख्यक विकास ट्रस्ट की ओर से आयोजित साथ साथ कार्यशाला में भाजपा अध्यक्ष रुपाणी ने कहा कि जैन समुदाय ने कभी भी खुद के लिए अल्पसंख्यक का दर्जा नहीं मांगा। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने चुनावी फायदे के लिए जैन समाज को अल्पसंख्यक का दर्जा दे दिया। रुपाणी ने कहा कि भाजपा देश के सबसे बडे बहुसंख्यक हिन्दु धर्म का प्रतिनिधित्व करती है। हिन्दू धर्म को कमजोर करने के लिए उसमें विभाजन कराकर हिन्दू धर्म विरोधियों ने जैनों को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है।

रुपाणी ने कहा कि जैन समाज के कुछ प्रतिनिधियों ने गुजरात सरकार से भी जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने की मांग रखी थी। पाटीदार आंदोलन के चलते सरकार का पूरा ध्यान उस पर फोकस था, पाटीदार आरक्षण आंदोलन पूरे चरम पर था जब यह नियंत्रण में आया तब सरकार ने राज्य में भी 8 मई 2016 को जैन समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया। इस दौरान कुछ महिलाओं व बच्चों ने आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों के बच्चों को मिलने वाली स्कॉलरशिप के नियमों में बदलाव की मांग रखी। एक छात्रा ने कहा कि उसके परिवार की आय साढे चार लाख रु सालाना है, यदि उसे स्कॉलरशिप नहीं मिलती है तो पूरी आय फीस में चली जाएगी।

अहमदाबाद। कांग्रेस के दिग्गज नेता शंकरसिंह वाघेला की कार को रविवार को एक निजी कार ने टक्कर मार दी। कार में तीन युवक सवार थे, वाघेला ने कहा कि कार पर लालबत्ती होने व गुजरात सरकार लिखे होने के बावजूद कार चालक बार बार ओवरटेक करने का प्रयास कर रहा था।

गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष शंकरसिंह वाघेला सिद्वपुर से डीसा की ओर जा रहे थे, मेहसाणा जिले में ऊंझा के पास स्कॉर्पियो कार चालक ने ओवरटेक करते हुए वाघेला की कार को दो बार टक्कर मारी। वाघेला की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी कार चालक को पकडते उससे पहले ही वे भाग गए। कांग्रेस ने वाघेला पर जानलेवा हमले की आशंका जताते हुए इस घटना की जांच की मांग की है। गौरतलब है कि वाघेला गांव गांव में सरकार के खिलाफ लोक दरबार का आयोजन कर लाखों लोगों से मिल चुके हैं तथा अब शहरों में भी लोक दरबार लगाने की तैयारी कर रहे हैं।

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