अरविंद इंडिगो म्यूजियम से निखरेगा रंग, अहमदाबाद बना डेनिम केपिटल

Ahmedabad. डेनिम के नाम से विख्यात संजय लालभाई अब डेनिम में प्रयुक्त होने वाले इंडिगो रंग पर शोध के लिए अरविंद इंडिगो म्यूजियम शुरू कर रहे हैं।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 25 Jan 2019 06:52 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jan 2019 06:52 PM (IST)
अरविंद इंडिगो म्यूजियम से निखरेगा रंग, अहमदाबाद बना डेनिम केपिटल
अरविंद इंडिगो म्यूजियम से निखरेगा रंग, अहमदाबाद बना डेनिम केपिटल

अहमदाबाद, जेएनएन। भारत का मैनचेस्टर व धोती वालों का शहर अहमदाबाद अब डेनिम कैपिटल बन चुका है। दुनिया का 40 फीसद डेनिम अहमदाबाद में तैयार हो रहा है। डेनिम के नाम से विख्यात संजय लालभाई अब डेनिम में प्रयुक्त होने वाले इंडिगो रंग पर शोध के लिए अरविंद इंडिगो म्यूजियम शुरू कर रहे हैं। लुई कहान के बनाए आइआइएम, सरखेज रोजा व अहमदाबाद की हवेलियों के बाद यह म्यूजियम भी अहमदाबाद की विरासत का हिस्सा होगा।

डेनिम जींस से देश विदेश में अपनी अलग पहचान बना चुके अरविंद समूह ने दुनिया के कई नामी आर्टिस्ट को इंडिगो के रंग निखारने का काम सौंपा है। जापानी इंडिगो एक तरह का पौधा है, जिसकी पत्तियों से इंडिगो रंग तैयार होता है। इस पौधे की करीब 500 प्रजातियां पाई जाती हैं। अरविंद के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक संजय लाल भाई के मुताबिक, वे भारत में किसानों को इंडिगो की खेती के लिए प्रोत्साहित करेंगे, ताकि कपास का उत्पादन करने वाले किसान अतिरिक्त आय जुटा सकें। इंडिगो हर तीन माह में उत्पादन देता है, इसलिए किसान को अच्छी आमदनी होगी। अरविंद समूह जींस बनाने के काम आने वाले प्राकृतिक रंग इंडिगो पर शोध के लिए अहमदाबाद में अरविंद इंडिगो म्यूजियम की शुरुआत की है। संजय लाल भाई का दावा है कि यह म्यूजियम आने वाले समय में शहर के दर्शनीय स्थलों में शुमार करेगा।

संजयभाई बताते हैं कि अहमदाबाद कभी भारत का मैनचेस्टर कहलाता था, लेकिन अब वह भारत का डेनिम कैपिटेल बन चुका है। भारत 1,6 बिलियन मीटर उत्पादन के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बडा उत्पादक है। इसमें से 600 मिलियन मीटर अहमदाबाद में तैयार होता है।

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