FIFA में फिर दिखा वो मंजर, जब एक गोल के बदले दागी गईं थी 12 गोलियां, देखें वीडियो

ईरान के हाजी सैफी की फ्री किक को गोल पोस्ट के नजदीक खड़े मोरक्को के अजीज ने हेडर के जरिये अपने ही गोल पोस्ट में डाल दिया। इससे ईरान ने मैच 1-0 से जीत लिया।

By Pradeep SehgalEdited By: Publish:Sat, 16 Jun 2018 01:26 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jun 2018 06:54 AM (IST)
FIFA में फिर दिखा वो मंजर, जब एक गोल के बदले दागी गईं थी 12 गोलियां, देखें वीडियो
FIFA में फिर दिखा वो मंजर, जब एक गोल के बदले दागी गईं थी 12 गोलियां, देखें वीडियो

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। फीफा विश्व कप 2018 में ईरान की टीम ने मोरक्को को 1-0 से मात देकर 20 साल बाद जीत दर्ज की। इस मैच में ईरान की जीत में खास भूमिका निभाई मोरक्को के खिलाड़ी अजीज बौहडौज। बौहडौज ने आत्मघाती गोल कर ईरान को जीत दिला दी।

बौहडौज ने इस तरह किया आत्मघाती गोल

ईरान और मोरक्को के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही थी। 90 मिनट तक भी दोनों टीमों को गोल की तलाश थी। इंजुरी टाइम (90+5वें मिनट) में ईरानी टीम के पास गोल करने का मौका था और गोल हुआ भी लेकिन इसे ईरानी खिलाडि़यों ने नहीं बल्कि मोरक्कों के फुटबॉलर ने किया। ईरान के हाजी सैफी की फ्री किक को गोल पोस्ट के नजदीक खड़े मोरक्को के अजीज ने हेडर के जरिये अपने ही गोल पोस्ट में डाल दिया। इससे ईरान ने मैच 1-0 से जीत लिया।

90+5’ GOOOOOOOOAL IRAN!!

Own goal by Aziz Bouhaddouz.

Morocco 🇲🇦 0-1 🇮🇷 Iran #WorldCup pic.twitter.com/FmPQ7Zx5JK

— DiskiStyle (@DiskiStyle) June 15, 2018

24 साल पुरानी घटना हुई ताज़ा

बौहडौज के इस आत्मघाती गोल से 24 साल पुरानी एक घटना ताज़ा हो गई जब कोलंबिया के एक फुटबॉल खिलाड़ी को 1994 विश्व कप में एक आत्मघाती गोल करने की कीमत अपनी जान गंवाकर चुकानी पड़ी थी। इस खिलाड़ी का नाम था आंद्रे एस्कोबार।

एक गोल के बदले मिली मौत

1994 के फुटबॉल विश्व कप के दौरान कोलंबिया और अमरीका के बीच महत्वपूर्ण मुकाबला खेला गया था। 22 जून 1994 को खेले गए इस मैच में कोलंबिया को टीम को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। इस अहम मुकाबले में कोलंबिया की ओर से डिफेंडर आंद्रे एस्कोबार ने एक आत्मघाती गोल कर दिया था। इस हार के साथ ही कोलंबिया की टीम विश्व कप से बाहर हो गई थी। 

(देखिए, आंद्रे एस्कोबार का आत्मघाती गोल)

(वीडियो साभार- यू ट्यूब)

टीम बाहर हुई तो एस्कोबार अपने घर वापस लौट गए। लेकिन उस मैच के ठीक 10 दिन यानि की 2 जुलाई 1994 को आंद्रे एस्कोबार को उनके अपने शहर मेडिलिन में एक पब के बाहर गोली मार दी गई। नाइट क्लब की पार्किंग में तीन लोगों ने उन पर गोलियां की बौछार कर दी। ये हमला उनपर सुबह के साढ़े 3 बजे हुआ था और उन्हें ये सजा उस आत्मघाती गोल के लिए मिली थी, जो उन्होंने कुछ दिन पहले वर्ल्ड कप में अपनी ही टीम के गोल पोस्ट में गोल करके की थी।

 

आंद्रे को लगी 12 गोलियां

एक रिपोर्ट के अनुसार आंद्रे पर गोली चलाने से पहले एक हमलावर ने उन्हें कहा था, 'आत्मघाती गोल के लिए शुक्रिया' इतना कहना के बाद आंद्रे एस्कोबार पर एक के बाद एक 12 गोलियां दागी गईं। हत्यारे जब उन पर गोलियां चला रहे थे, उस समय वे ‘गोल-गोल’ चिल्ला रहे थे| घटना के बाद आंद्रे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।  एस्कोबार की अंतिम यात्रा में करीब 120,000 लोग शामिल हुए थे।

फीफा की खबरों के लिए यहां क्लिक करें 

फीफा के शेड्यूल के लिए यहां क्लिक करें

आंद्रे एस्कोबार की मौत के 8 साल बाद साल 2002 में उनकी याद में कोलंबिया के मेडेलिन शहर में उनकी एक प्रतिमा भी स्थापित की गई।

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

अन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी