Aarya Web Series: विदेशी एक्टर एल्केस ओनेल बोले, 'गीता ने जीवन को समझने का मौका दिया'
Aarya Web Series आर्या वेबसीरीज एक्टर एलेक्स ओनेल ने कहा कि गीता ने उन्हें जीवन को समझने का मौका दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड के बाद फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों में परिवारवाद को लेकर बहस छिड़ी है। वहीं, कई विदेशी कलाकार यहां पर लगातार काम कर रहे हैं। इनमें कैटरीना कैफ, जैकलीन फर्नांडीज, एवलिन शर्मा का नाम प्रमुख है। बीते दिनों रिलीज वेब सीरीज 'आर्या' में अमेरिकी कलाकार और गायक एलेक्स ओनेल संगीतकार की भूमिका में नजर आए।
वह इससे पहले 'चीनी कम', 'मैं और चार्ल्स', 'जोकर', 'राग देश' जैसी फिल्मों में नजर आ चुके हैं। हिंदी के अलावा वह बांग्ला, मलयालम, तमिल और मराठी सिनेमा के लिए भी काम कर रहे हैं। 'आर्या' में उनका किरदार भगवद्गीती से प्रभावित है। शो करने से पहले भगवद्गीता को जानने के संबंध में एलेक्स कहते हैं कि आर्या को करने से पहले मुझे भगवद्गीता के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। भारत में कई साल तक रहने और काम करने, भारतीय परिवार में शादी करने और भारतीय दोस्तों के कारण भगवद्गीता में वृणित पात्रों से परिचित था।
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मगर गीता में भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेश को याद करना अविस्मरणीय अनुभव रहा। उसने जीवन को समझने का मौका दिया। 'आर्या' से जुडऩे के संबंध में एलेक्स का कहना है कि वह कास्टिंग डायरेक्टर अभिमन्यु रे के साथ किसी फिल्म को लेकर संपर्क में थे। वह फिल्म अभी प्री प्रोडक्शन स्टेज में हैं। उन्होंने बताया, 'एक दिन मुझे 'आर्या' के बारे में बताया। हालांकि उस समय मैं वेब सीरीज करने को लेकर बहुत उत्सुक नहीं था। मैं पहले ही वेब सीरीज इनसाइड एज सीजन वन और बोस: डेड/अलाइव कर चुका था। मगर संगीत से जुड़ा होने की वजह से मैं तत्काल राजी हो गया।' A post shared by Sushmita Sen (@sushmitasen47) on Jun 26, 2020 at 8:10am PDT
आगामी दिनों में वह हॉरर कॉमेडी फिल्म 'रुही अफजां में नजर आएंगे। वहीं, शो में शीर्ष भूमिका निभाने वाली सुष्मिता का कहना है कि वह भगवद्गीता और कर्म में खुद भी बहुत भरोसा रखती हैं। बकौल सुष्मिता, 'मैं कर्म में बहुत यकीन करती हूं। जब मैं कुछ सही या गलत करती हूं, तो मुझे परिवार या दोस्तों से पूछने की जरूरत नहीं पड़ती है कि मैंने क्या किया है। जो भी सही गलत किया है, उसे लेकर आवाज मन के अंदर से आती है। जब आप अपने मन की सुनते हैं तो धर्म और कर्म सब कुछ सामने होता है। आपका जुड़ाव परमात्मा के साथ हो जाता है। भगवद्गीता में 18 अध्याय हैं। मैं उनमें यकीन रखती हूं।'