फिल्म रिव्यू: ग्रैंड मस्ती ( 1.5 स्टार)

मुंबई (अजय ब्रह्मात्मज) प्रमुख कलाकार : रितेश देशमुख, विवेक ओबरॉय, आफताब शिबदसानी निर्देशक : इंद्र कुमार स्टार : 1.5 वर्तमान दौर में एडल्ट कॉमेडी के प्रति नाक-भौं सिकोड़ने की जरूरत नहीं रह गई है। इंद्र कुमार निर्देशित 'ग्रैंड मस्ती' इसी रूप में प्रचारित की गई है। पहले से मालूम है कि फिल्म में क्या परोसा जाएगा?

By Edited By: Publish:Fri, 13 Sep 2013 04:39 PM (IST) Updated:Fri, 13 Sep 2013 06:00 PM (IST)
फिल्म रिव्यू: ग्रैंड मस्ती ( 1.5 स्टार)

मुंबई (अजय ब्रह्मात्मज)

प्रमुख कलाकार : रितेश देशमुख, विवेक ओबरॉय, आफताब शिबदसानी

निर्देशक : इंद्र कुमार

स्टार : 1.5

वर्तमान दौर में एडल्ट कॉमेडी के प्रति नाक-भौं सिकोड़ने की जरूरत नहीं रह गई है। इंद्र कुमार निर्देशित 'ग्रैंड मस्ती' इसी रूप में प्रचारित की गई है। पहले से मालूम है कि फिल्म में क्या परोसा जाएगा? सामान्य जिंदगी में हर तबके के स्त्री-पुरुष खास अवसरों और पलों में अश्लील और एडल्ट लतीफों का आनंद लेते हैं। इस फिल्म को हम सिपल एडल्ट कॉमेडी की तरह ही देखें।

एडल्ट कॉमेडी फिल्मों में सेक्स संबंधी हरकतें, प्रसंग और पहलू होते हैं। फिल्म के लेखक मिलाप झावेरी और तुषार हीरानंदानी ने पुरानी 'मस्ती' की स्टोरी लाइन को ही अपनाया है। उसे ही ग्रैंड करने की असफल कोशिश की है। चूंकि कहने या दिखाने के लिए लेखक-निर्देशक के पास ज्यादा कुछ नहीं है, इसलिए वे हंसाने के लिए बार-बार फूहड़ तरकीबें अपनाते हैं। सामान्य फिल्मों में ऐसे दृश्य और व्यवहार देखे जा चुके हैं।

मुख्य रूप से रीतेश देशमुख, विवेक ओबरॉय और आफताब शिवदसानी पर यह फिल्म टिकी है। तीनों कलाकारों से निर्देशक लगातार ओछी, फूहड़ और निम्नस्तरीय हरकतें करवाते हैं। फिल्म में ऐसी हरकतों के उपादान के लिए छह लड़कियां हैं। अमूमन ऐसी फिल्में पुरुषों के दृष्टिकोण से बनती है, इसलिए उपयोग-दुरुपयोग औरतों का ही होता है। उनकी सेक्सुएलिटी का दोहन किया जाता है।

इंद्र कुमार की 'ग्रैंड मस्ती' कहीं से भी ग्रैंड नहीं हो पाई है। दरअसल यह ब्रांड मस्ती का दोहराती सी है। नवीनता और मौलिकता की कमी से यह एडल्ट कॉमेडी ढंग से गुदगुदा भी नहीं पाती।

अवधि - 135 मिनट

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

chat bot
आपका साथी