Interview: किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन को बदलने की जरुरत - निर्देशक ओनिर

फिल्म 'शब' 30 जून को रिलीज़ हो रही है जिसमें रवीना टंडन मुख्य भूमिका में हैं।

By Rahul soniEdited By: Publish:Wed, 28 Jun 2017 08:39 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jun 2017 02:48 PM (IST)
Interview: किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन को बदलने की जरुरत - निर्देशक ओनिर
Interview: किसी व्यक्ति को नहीं बल्कि सेंसर बोर्ड की गाइडलाइन को बदलने की जरुरत - निर्देशक ओनिर

राहुल सोनी, मुंबई। फिल्म 'आई एम' के लिए नेशनल अवॉर्ड अपने नाम कर चुके प्रसिद्ध निर्देशक ओनिर अपनी नई फिल्म 'शब' के साथ एक बार फिर दर्शकों के सामने आ रहे हैं। हमेशा की तरह इस बार भी ओनिर की इस फिल्म का विषय अलग है। फिल्म को लेकर ओनिर से जागरण डॉट कॉम के संवाददाता राहुल सोनी से खास बातचीत की। पढ़िए इस बातचीत की कुछ दिलचस्प बातें...

सवाल - क्या फिल्म की कहानी रियल है?

हां, फिल्म की कहानी रियल है। यूं कहें कि कहानी रियल इंसीडेंट से इंस्पायर्ड है जो लोगों के साथ होते हैं। एक लड़का एक्टर या राइटर बनना चाहता है और ग्लैमरस वर्ल्ड में एंट्री करना चाहता है। यह सपना हर किसी का होता है। लेकिन चकाचौंध में कैसे शहर ही उसकी जिंदगी बदल देता है, यही इस कहानी के माध्यम से फिल्म में दर्शाया गया है। कहानी में एक्टर आशीष बिष्ट मोहन के किरदार में हैं जो एक छोटे शहर से बड़े शहर अपने सपनों को सच करने निकल पड़ता है। लेकिन उसे नहीं पता होता कि ये शहर ही उसका सपना ही बदल देगा।

सवाल - फिल्म की स्क्रिप्ट पर कब काम करना शुरू किया?

फिल्म 'शब' की स्क्रिप्ट वैसे तो सन् 2000 में लिखी थी। यह मेरी पहली स्क्रिप्ट थी। इस स्क्रिप्ट को उस दौरान एक दूसरी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त रवीना टंडन ने पढ़ा था। तब रवीना ने कहा था कि बहुत अच्छी स्क्रिप्ट है और इस पर फिल्म जरूर बनाना चाहिए। तब से ही शुरुआत तो हो गई थी लेकिन फिल्म बनाने में लंबा समय लग गया। चूंकि रवीना भी व्यस्त हो गईं और उनकी शादी भी हो गई थी। फिर धीरे-धीरे इस पर काम चल रहा था। फिल्म की स्क्रिप्ट की भी अपनी जर्नी है। इसमें पहले शहर मुंबई दिखाया जाना था लेकिन अब आपको शहर दिल्ली नज़र आएगा। तो इतने समय में स्क्रिप्ट को भी काफी ट्रांसफोर्म किया गया है।

सवाल - प्रकाश झा की फिल्म 'लिपस्टिक अंडर माय बुर्का' को लेकर आपकी क्या राय है?

मुझे लगता है कि, फिल्ममेकर्स कंट्रोवर्सी के लिए फिल्में नहीं बनाते। अभी तक मेरी एेसी कोई फिल्म नहीं है जिसको लेकर कंट्रोवर्सी हुई हो। लेकिन इस बात पर सोचने की जरुरत है कि, अगर किसी फिल्म को लेकर कंट्रोवर्सी होती है तो हम किसी एक व्यक्ति को टारगेट क्यों करने लगते हैं। वो व्यक्ति भी सेंसर बोर्ड का ही रहता है जिसको टारगेट किया जाता है। यहां पर जरूरी यह है कि, हम किसी को टारगेट न करें क्योंकि सेंसर बोर्ड में बैठा व्यक्ति अपना काम कर रहा है। जरुरत है कि, सेंसर की गाइडलाइन को चेंज किया जाए न कि किसी व्यक्ति को बदला जाए।

सवाल - फिल्म की शूटिंग को लेकर कोई खास बात?

फिल्म की शूटिंग की खास बात यह है कि, करीब 80 फीसदी फिल्म की शूटिंग रात में की गई है। इसका कारण है कि, हम सपने रात में देखते हैं और रात में ही हम अपने सपनों को सच करने के बार में भी ज्यादा सोचते हैं। अगर ध्यान दिया जाए तो हम अंधेरे में जाते हैं तो कुछ देर तो अंधेरा रहता है लेकिन बाद में उस अंधेरे में भी थोड़ी रौशनी नज़र आने लगती है। इसलिए रात में फिल्म की शूटिंग की गई है जिससे कहानी की सार्थकता दिखाया जा सके। 

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आपको बता दें कि, फिल्म 'शब' के निर्देशक ओनिर हैं और निर्माता संजय सूरी हैं। फिल्म में अभिनेत्री रवीना टंडन मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म का ट्रेलर रिलीज़ हो चुका है अब इंतजार फिल्म का है। 

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फिल्म 'शब' 30 जून को रिलीज़ हो रही है। संजय सूरी, आशीष बिष्ट और अर्पिता चटर्जी अहम भूमिका में हैं।

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