शिकारा को लेकर विधु विनोद चोपड़ा का खुलासा, लगे 11 साल, असली लोगों ने किया काम

विधु ने बताया पोस्टर में दिखाए गए लोग असली रिफ्यूजी हैं। इस फ़िल्म को बनाने में 11 साल लग गए। हाल ही में फ़िल्म का ट्रेलर रिलीज़ किया गया है।

By Rajat SinghEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 05:38 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 06:05 PM (IST)
शिकारा को लेकर विधु विनोद चोपड़ा का खुलासा, लगे 11 साल, असली लोगों ने किया काम
शिकारा को लेकर विधु विनोद चोपड़ा का खुलासा, लगे 11 साल, असली लोगों ने किया काम

नई दिल्ली, जेएनएन। करीब 13 साल बाद विधु विनोद चोपड़ा ने फ़िल्म 'शिकारा' से निर्देशन की दुनिया में वापसी की है। इसस पहले उन्होंने साल 2007 में रिलीज़ फ़िल्म 'एकलव्य: द रॉयल गार्ड' को डायरेक्ट किया था। मंगलवार को मुंबई में 'शिकारा' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर विधु विनोद चोपड़ा ने बताया कि इस फ़िल्म को बनाने में उन्हें 11 साल का समय लगा। 19 जनवरी 1990 को लाखों कश्मीरी पंडितों को कश्मीर छोड़ने के लिए बाध्य कर दिया गया था। फ़िल्म की कहानी का आगाज़ वहीं से होकर वर्तमान में आता है। 

विधु के मुताबिक, यह फ़िल्म कश्मीरी युगल की कहानी है। इसमें उनकी तीस साल के सफर को दिखाया गया है। यह कहानी उन सभी लोगों की है, जो पिछले तीन दशक से अपने ही देश में रिफ्यूजी के तौर पर रह रहे हैं। बॉलीवुड द्वारा कश्मीरी पंडितों के मुद्दे को नजरअंदाज करने के सवाल पर विधु ने कहा, 'मैं कहीं आता-जाता नहीं हूं। अपने अवॉर्ड लेने भी नहीं जाता। लिहाजा इंडस्ट्री में लोग क्या बना रहे हैं, मैं उसके बारे में बात नहीं कर सकता हूं। मैं इतना कह सकता हूं कि मैंने जो फ़िल्म बनाई है, उसमें चार हज़ार असल कश्मीरी पंडितों ने काम किया है।'

विधु ने बताया, 'पोस्टर में दिखाए गए लोग असली रिफ्यूजी हैं। एक दृश्य में रजिस्ट्रेशन का सीन है। शूटिंग के दौरान एक महिला रजिस्ट्रेशन के लिए आती है और रोने लगती है। हमने कहा दूसरा टेक लते हैं, तो उन्होंने कहा कि अब नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दोबार हो चुका है, तीसरी बार उसी सीन को नहीं कर सकती। मैंने कहा कि यह दूसरा टेक है, तो वह बोली कि पहली बार तीस साल पहले किया था।'

विधु ने आगे बताया, 'इसी तरह कैंसर से पीड़ित बंसी लाल ने काम किया है। उन्होंने कैंसर होने की बात बताई नहीं थी। अब उनका निधन हो चुका है। तब उन्हें खाने के लिए पूछते तो कहते थे कि भूख़ नहीं है। जबकि वह खाना खा नहीं सकते थे। उस हालत में उन्होंने काम किया। उन्हें लगा कि उनके मरने के बाद ऐसी कोई बात रह जाए।' बता दें कि फ़िल्म का संगीत ए आर रहमान ने तैयार किया है। फ़िल्म सात फरवरी को रिलीज़ होगी।  

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