Saroj Khan Death: 'एक दो तीन' से 'राधा कैसे ना जले' तक, थिरकने पर मजबूर कर देते हैं सरोज़ ख़ान के ये गाने
Saroj Khan Death 71 साल की सरोज ख़ान का नाम कोरियोग्राफी के क्षेत्र में बेहद सम्मान के साथ लिया जाता था। उन्होंने कई फ़िल्मों में बेहतरीन कोरियोग्राफी की।
नई दिल्ली, जेएनएन। हिंदी सिनेमा की मशहूर कोरियोग्राफर सरोज ख़ान का शुक्रवार सुबर कार्डिएक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। सरोज ने अपने चार दशक से अधिक लम्बे करियर में कई ऐसे गाने कोरियोग्राफ किये, जिन्होंने कामयाबी की बुलंदियों को छुआ। यह गाने नृत्य के क्षेत्र में एक नज़ीर बने। सरोज ख़ान के काम की लिस्ट बताती है कि वो ख़ुद किसी संस्थान से कम नहीं थीं।
सरोज ख़ान ने माधुरी दीक्षित के साथ कई आइकॉनिक गाने दिये, जिनमें बेटा का धक धक करने लगा भी है। इस गाने में माधुरी दीक्षित के स्टेप्स फ़िल्म का हाइलाइट थे। गाना इतना मशहू हुआ कि माधुरी को धक धक गर्ल कहा जाने लगा था। तेज़ाब का एक-दो तीन, मिस्टर इंडिया का हवा हवाई और चांदनी का मेरे हाथों में नौ नौ चूड़ियां हैं, ऐसे गाने हैं, जिन्होंने कई पीढ़ियों को प्रभावित किया। सरोज ख़ान के डांस में क्लासिक और मॉडर्न स्टेप्स की जुगलबंदी देखने को मिलती थी।
एक तरफ़ वो देवदास का डोला रे डोला ले कोरियोग्राफ करती थीं तो दूसरी ओर जब वी मेट का यह इश्क़ हाय जैसा गाना उसी सहजता से निर्देशित कर देती थीं।
सरोज ख़ान तीन बार बेस्ट कोरियोग्राफी के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीत चुकी हैं। सरोज ख़ान ने अपने करियर में इतने हिट गाने दिये हैं कि उनकी लिस्ट बहुत लम्बी हो जाएगी, लेकिन कुछ चुनिंदा गाने-
एक दो तीन (तेज़ाब)- माधुरी दीक्षित
हवा हवाई (मिस्टर इंडिया)- श्रीदेवी
डोला रे डोला रे (देवदास)- माधुरी दीक्षित और ऐश्वर्या राय बच्चन
हमको आजकल है इंतज़ार (सैलाब)- माधुरी दीक्षित
काटे नहीं कटते ये दिन ये रात (मिस्टार इंडिया)- अनिल कपूर और श्रीदेवी
निम्बूड़ा (हम दिल दे चुके सनम)- ऐश्वर्या राय बच्चन
धकधक करने लगा (बेटा)- माधुरी दीक्षित
मेरे हाथों में नौ नौ चूडियां हैं (चांदनी) - श्रीदेवी
ये काली काली आंखें (बाज़ीगर)- शाह रुख़ ख़ान और काजोल
चोली के पीछे (खलनायक)- माधुरी दीक्षित और नीना गुप्ता
ये इशक है (जब वी मेट)- करीना कपूर
राधा कैसे ना जले (लगान)- ग्रेसी सिंह