मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee)

मनोज बाजपेयी फिल्म इंडस्ट्री के मंझे हुए कलाकार माने जाते हैं। बिहार में जन्मे मनोज बाजपेयी ने मुंबई आकर अपने एक्टर बनने का सपना पूरा किया। आज उनकी गिनती उम्दा एक्टिंग करने वाले मंझे हुए कलाकारों में होती है।

By Karishma LalwaniEdited By: Publish:Sat, 22 Apr 2023 04:01 PM (IST) Updated:Sat, 22 Apr 2023 04:01 PM (IST)
मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee)
File Photo of Manoj Bajpayee. Photo Credit: Instagram

रंगमंच, हिंदी सिनेमा और ओटीटी की दुनिया में नाम कमा चुके मनोज बाजपेयी ने हमेशा ही अपनी शालीनता भरी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता है। न सिर्फ कला के इन माध्यमों में बल्कि तमिल और तेलुगू फिल्मों में भी मनोज बाजपेयी की अच्छी पकड़ रही है।

मनोज बाजपेयी सिर्फ एक्टर ही नहीं, बल्कि खुद में ही एक्टिंग का इंस्टीट्यूट हैं। उन्होंने अपने अब तक के करियर में तीन नेशनल फिल्म अवॉर्ड, चार फिल्मफेयर अवॉर्ड और दो एशिया पैसिफिक स्क्रीन अवॉर्ड जीते हैं। मनोज बाजपेयी को फिल्म 'भोंसले' के लिए बेस्ट एक्टर क 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मनोज बाजपेयी कौन हैं? मनोज बाजपेयी की पहली फिल्म कौन सी थी? एनएसडी से कितनी बार हुए रिजेक्ट? मनोज बाजपेयी ने किस टीवी शो में किया काम? मनोज बाजपेयी की पत्नी कौन हैं? मनोज बाजपेयी की नेट वर्थ कितनी है?

मनोज बाजपेयी का निजी जीवन

मनोज बाजपेयी का जन्म 23 अप्रैल, 1969 को बिहार के पश्चिम चंपारण स्थित बेलवा गांव में एक साधारण परिवार में हुआ था। बाजपेयी को बचपन से ही एक्टिंग का कीड़ा था। हाई स्कूल की पढ़ाई बिहार के बेतिया जिले के के.आ हाई स्कूल से पूरी करने के बाद वह दिल्ली आ गए। यहां यूनिवर्सिटी में एक्टिंग के लिए प्लेटफॉर्म भी मिला। मनोज बाजपेयी ने घर में इसकी जानकारी दी, तो विरोध हुआ। मगर हार न मानते हुए मनोज बाजपेयी ने कॉलेज के दिनों में थिएटर से जुड़ना शुरू कर दिया था।

'द्रोहकाल' से शुरू किया सफर

हर तरह की एक्टिंग में महारथ हासिल करने वाले मनोज बाजपेयी ने अपना फिल्मी सफर 1994 में 'द्रोहकाल' से की थी। इसी साल उनकी एक अन्य फिल्म 'बैंडिट क्वीन' रिलीज हुई थी, जिसे शेखर कपूर ने डायरेक्ट किया था। लेकिन उन्हें पहचान 1997 में राम गोपाल वर्मा की निर्देशित फिल्म 'सत्या' से मिली। इस फिल्म ने मनोज को उस दौर के अभिनेताओं के समकक्ष ला खड़ा किया। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला।

इन फिल्मों में काम करने के बाद भी मनोज बाजपेयी को हिंदी सिनेमा में पांव जमाने के लिए काम करना पड़ा। आज वह बॉलीवुड के सर्वश्रेष्ठ एक्टर में से एक माने जाते हैं। अब तक मनोज बाजपेयी कई फिल्मों में काम चुके हैं जिनमें शूल, गैंग्स ऑफ वासेपुर, पिंजर, वीर जारा, फिजा, आदि शामिल हैं।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से हुए थे रिजेक्ट

मनोज बाजपेयी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के स्टूडेंट रहे हैं। यहां पर उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता को निखारा। मगर कम ही लोग जानते होंगे कि एनएसडी में दाखिला लेने से पहले वह तीन बार यहां से रिजेक्ट किए जा चुके थे, जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की। वह अभिनेता रघुबीर यादव थे, जिनकी सलाह पर मनोज बाजपेयी ने बैरी जॉन की एक्टिंग क्लासेज ज्वाइन की, और अभिनय की बारीकियों को सीखना शुरू किया। उस समय शाह रुख खान उनकी अभिनय कक्षा के सहपाठी थे।

टीवी में भी दिखाया दमखम

फिल्मी दुनिया में ठीकठाक शुरुआत करने के बाद मनोज बाजपेयी ने 1995 में टीवी की ओर रुख किया। इस साल महेश भट्ट द्वारा निर्देशित शो 'स्वाभिमान' रिलीज हुआ, जिसमें मनोज बाजपेयी ने आशुतोष राणा और रोहित रॉय जैसे अभिनेताओं के साथ काम किया।

मनोज बाजपेयी की शादी

मनोज बाजपेयी अपनी पत्नी के साथ कम ही नजर आते हैं। कहा जाता है कि जब वह कि जब वह फिल्म इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहे थे, उसी दौरान वह दिल्ली की लड़की को डेट कर रहे थे। उससे शादी भी हुई, लेकिन यह रिश्ता लंबे समय तक न टिक सका। इसके बाद उन्होंने अभिनेत्री शबाना रज़ा से शादी की, जिन्हें नेहा के नाम से भी जाना जाता है। इस जोड़े ने 2006 में शादी की और उनकी एक बेटी है।

मनोज बाजपेयी नेटवर्थ

किसान परिवार में जन्म लेकर मायानगरी में अपनी पहचान बनाने वाले मनोज बाजपेयी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार, मनोज बाजपेयी के पास 86.96 करोड़ की कुल संपत्ति है। इसके अलावा उनके पास कुछ ब्रांड एंडोर्समेंट्स भी हैं।

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