"चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा ..." , लौटी कव्वाली, इस फिल्म के साथ

मधुर भंडारकर की फिल्म ' इंदु सरकार ' में इस कव्वाली को रिक्रिएट किया गया है। मुंबई में बुधवार को इस कव्वाली का नया वर्जन रिकार्ड किया गया।

By Manoj KhadilkarEdited By: Publish:Thu, 20 Apr 2017 01:37 PM (IST) Updated:Thu, 20 Apr 2017 01:37 PM (IST)
"चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा ..." , लौटी कव्वाली, इस फिल्म के साथ
"चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा ..." , लौटी कव्वाली, इस फिल्म के साथ

 रुपेशकुमार गुप्ता, मुंबई। " चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा ..." , कव्वाली की दुनिया की कुछ बेहतरीन क्रिएशन में से एक ये कव्वाली लोगों की जुबां पर कई वर्षों से चढ़ी हुई है और अब ये नए सिरे से अपनी यादें ताज़ा करेगी।

जी हां , जाने माने गायक अज़ीज मियां ने इस कव्वाली को गया था जिसके बाद उनकी शोहरत का रूतबा दुनिया भर में कायम हुआ। मधुर भंडारकर की फिल्म ' इंदु सरकार ' में इस कव्वाली को रिक्रिएट किया गया है। मुंबई में बुधवार को इस कव्वाली का नया वर्जन रिकार्ड किया गया। इस गाने को अज़ीज मियां के बेटे मुस्तबा ने नए सिरे से गाया। मुस्तबा ने अनु मलिक के साथ ये रिकार्डिंग की। अनु मलिक ने बताया कि जब वो एक बार गाना रिकार्ड कर रहे थे तो वहां किसी ने उनका मजाक उड़ाया। इस पर अनु मलिक को गुस्सा आ गया। इसके बाद वहां मौजूद अजीज मियां ने उन्हें बुलाया और उनसे बातें करने लगे जब उन्हें अनु मलिक के पिता के बारे में पता चला तो वो खुश हो गए। इसके बाद एक दिन मुस्तबा का अनु को कॉल आया कि वो भी गाना चाहते हैं। बाद में मधुर भंडारकर से बात की गई तो उन्होंने मुस्तबा को फोन पर पिता की कव्वाली को रिकार्ड कर भेजने के लिए कहा। मधुर को उनकी आवाज़ बहुत पसंद आई। या कव्वाली अब मधुर भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार में होगी।

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मधुर की ये फिल्म इमरजेंसी के दौरान की एक कहानी है, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके बेटे संजय गांधी से मिलते जुलते किरदार होंगे।

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