जानिए, क्‍यों इस पाकिस्‍तानी ऑटो-ड्राइवर की लता मंगेशकर ने की तारीफ

लता मंगेशकर को 'स्‍वर कोकिला' कहा जाता है। लेकिन पाकिस्‍तान का एक ऐसा शख्‍स सामने आया है, जिसकी आवाज की तारीफ करने के लिए लता मंगेशकर भी मजबूर हो गईं।

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 13 Apr 2016 08:09 AM (IST) Updated:Wed, 13 Apr 2016 10:38 AM (IST)
जानिए, क्‍यों इस पाकिस्‍तानी ऑटो-ड्राइवर की लता मंगेशकर ने की तारीफ

मुंबई (आइएएनएस)। लता मंगेशकर को 'स्वर कोकिला' कहा जाता है। भारतरत्न से सम्मानित लता की सुरीली आवाज के करोड़ों दीवाने हैं। हर नया सिंगर उन्हें अपना आदर्श मानता है। कई पुरस्कार लता मंगेशकर अपने नाम कर चुकी हैं। अब पाकिस्तान का एक ऐसा शख्स सामने आया है, जिसकी आवाज की तारीफ करने के लिए लता मंगेशकर भी मजबूर हो गईं।

इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है। इसमें पाकिस्तान के एक ऑटो ड्राइवर असलम बड़े गुलाम अली खां की एक ठुमरी उन्हीं की शैली में गाते हुए दिखाई दे रहे हैं। असलम की आवाज बेहद शानदार है। एक बार को तो ऐसा लगता है कि बड़े गुलाम अली खां ही ठुमरी गा रहे हैं। मंगलवार को पाकिस्तान के डॉन अखबार ने असलम पर एक रिपोर्ट दी। इसके कुछ घंटो बाद ही सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल हो गया।

इस वीडियो को देखकर लता मंगेशकर भी काफी प्रभावित हुईं। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर इस वीडियो को शेयर करते हुए असलम की तारीफ की। उन्होंने लिखा- ऐसे कलाकारों को रिक्शा चलाने की जगह किसी मंच पर माइक्रोफोन के सामने खड़े होकर गाना चाहिए। इनकी आवाज सुनकर मैं हैरान रह गई। महसूस हुआ कि ईश्वर कहां-कहां अपना चमत्कार दिखाता है। आप भी इसे सुनिए...!

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बता दें कि लता मंगेशकर की तारीफ के बाद असलम भी खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। वहीं कई लोग यह जानकर हैरान थे कि गुलिस्तान-ए-जौहर के परफ्यूम चौक का निवासी यह गायक कराची में ऑटो रिक्शा चलाता है।

डॉन के अनुसार, असलम ने कहा, 'मैंने जब इसके बारे में सुना, मेरी आंखों में आंसू आ गए। मैं उनका आभार कैसे प्रकट करूं। वह एक दिग्गज कलाकार हैं, गायन की देवी हैं और मैं केवल एक शौकिया गायक हूं। उनके सामने मैं धूल का एक कण भी नहीं हूं।'

वैसे यह पहली बार नहीं है जब असलम लाइमलाइट में आए हों। इससे पहले वह एक टैलेंट हंट टीवी शो में हिस्सा ले चुके हैं। इस शो में वह ग्रैंड फिनाले तक पहुंचे थे। असलम बताते हैं कि उन्होंने गायन की कोई ट्रेनिंग नहीं ली है, लेकिन एक बार वह कोई कंपोजिशन सुन लेते हैं, तो उसी तरह गा सकते हैं। यह उन्हें ईश्वर की तरह से मिला तोहफा है।

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