नसीरुद्दीन शाह ने पाक कलाकारों का विरोध कर रहे मनसे को सुनाई खरी-खरी

पाकिस्‍तानी कलाकारों की वजह से करण जौहर की फिल्‍म 'ऐ दिल है मुश्किल' का विरोध कर रहे मनसे को नसीरुद्दीन शाह ने सलाह दी है कि वह बॉर्डर पर जाकर दुश्‍मनों से लड़ें, फिल्‍म इंडस्‍ट्री को निशाना ना बनाएं।

By Tilak RajEdited By: Publish:Sat, 22 Oct 2016 10:05 AM (IST) Updated:Sat, 22 Oct 2016 10:14 AM (IST)
नसीरुद्दीन शाह ने पाक कलाकारों का विरोध कर रहे मनसे को सुनाई खरी-खरी

नई दिल्ली। आधी से ज्यादा फिल्म इंडस्ट्री अब करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के समर्थन में खड़ी नजर आ रही है। बॉलीवुड से जुड़े लोगों का कहना है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा हो रहा फिल्म का विरोध जायज नहीं है। बीती शाम हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार नसीरुद्दीन शाह ने भी एक कार्यक्रम के दौरान मनसे को जमकर खरी-खरी सुनाई। नसीरुद्दीन ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री को हर कोई आसान टारगेट समझता है।

नसीरुद्दीन के मन में जो आता है, वो उसे कह देते हैं, फिर चाहे मुद्दा कितना ही विवादित क्यों ना हो। इसलिए पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर 'ऐ दिल है मुश्किल' का विरोध कर रहे मनसे को जब उन्होंने जमकर सुनाई तो कोई हैरानी नहीं हुई। नसीरुद्दीन शाह बीती शाम एक किताब के विमोचन में पहुंचे थे। यहां उनके साथ फिल्ममेकर राकेश ओमप्रकाश मेहरा भी नजर आए। इस मंच पर उन्होंने पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे प्रतिबंध और 'ऐ दिल है मुश्किल' को लेकर हो रहे विरोध पर अपने विचार प्रकट किए।

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नसीरुद्दीन ने कहा, 'फिल्म इंडस्ट्री सभी को बेहद आसान टारगेट नजर आता है। उन्हें (मनसे) फिल्म इंडस्ट्री को टारगेट करने में वैसा ही मजा आता है, जैसा मजा उन्हें बॉलीवुड द्वारा बनाई गई फिल्मों को देखते हुए आता है। पाकिस्तान के साथ हमने राजनयिक संबंध नहीं तोड़े हैं। हम पाक के साथ युद्ध की स्थिति में भी नहीं हैं और ना ही हमने अपने बॉर्डर को सील किया है। हम सिर्फ उन पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं जो प्यार और शांति का संदेश अपने काम के जरिए देते हैं।'

हाल ही में मनसे ने मल्टीप्लेक्स मालिकों को धमकी दी थी कि 'ऐ दिल है मुश्किल' को रिलीज करने से पहले सोच लें कि उनकी स्क्रीन्स के शीशे बेहद महंगे हैं। इस पर नसीरुद्दीन ने कहा, 'मुझे लगता है कि बहादुर दिल वाले (मनसे), जिन्होंने मेकर्स और थिएटर मालिकों को धमकाया है, उन्हें बॉर्डर पर जाकर दुश्मन से लड़ना चाहिए, पाकिस्तान से आने वाले घुसपैठियों को मारना चाहिए। तब कुछ अच्छे परिणाम सामने आएंगे। बेचारे आर्टिस्टों को धमकाने से क्या हासिल होने वाला है?'

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नसीरुद्दीन ने कहा कि वह इस फिल्म को जरूर देखेंगे। उन्होंने कहा, 'जिस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया, उसे क्यों नहीं रिलीज होना चाहिए? उसपर रुकावट क्यों आनी चाहिए? मैं करण जौहर का कोई बड़ा फैन नहीं हूं, लेकिन ये फिल्म (ऐ दिल है मुश्किल) मैं जरूर देखूंगा। मैं सोचता हूं कि ऐसे किसी भी क्रिएटिव इंसान का समर्थन करना चाहिए, जो अपना काम दिखाना चाहता है। हालांकि सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि इस फिल्म को रिलीज करने में कोई दिक्कत नहीं आने देगी।'

गौरतलब है कि मनसे पाकिस्तानी कलाकारों का विरोध कर रही है। 'ऐ दिल है मुश्किल' पाक कलाकार फवाद खान ने एक महत्वपूर्ण किरदार निभाया है। मनसे का कहना है कि अगर फवाद खान का किरदार नहीं हटाया गया, तो फिल्म को महाराष्ट्र में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। हालांकि फिल्म के प्रोड्यूसर्स गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले और उन्हें आश्वासन दिया गया कि फिल्म की रिलीज में कोई बाधा नहीं आएगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी फिल्म को हरी झंड़ी देते हुए इसकी रिलीज में आने वाली बाधाओं को दूर करने का भरोसा दिलाया है।

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