स्विंग स्टेट में ट्रंप की स्थिति कमजोर: स्टीवन रोमालवेस्की

अमेरिकी चुनावों के विशेषज्ञ रोमालवेस्की ने कहा कि स्विंग स्टेट में ट्रंप की स्थिति काफी कमजोर है।

By Manish NegiEdited By: Publish:Wed, 26 Oct 2016 05:47 PM (IST) Updated:Wed, 26 Oct 2016 06:43 PM (IST)
स्विंग स्टेट में ट्रंप की स्थिति कमजोर: स्टीवन रोमालवेस्की

न्यूयॉर्क, (प्रेट्र)। अमेरिकी चुनावों के जाने-माने विशेषज्ञ स्टीवन रोमालवेस्की ने राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन दावेदार डोनाल्ड ट्रंप की स्थिति स्विंग स्टेट (ऐसे प्रांत जहां रिपब्लिकन और डेमोक्रेट मतदाताओं की संख्या बराबर है) की स्थिति कमजोर बताई है। ये प्रांत हैं- पेंसिल्वेनिया और ओहियो। इतना ही नहीं गृह राज्य न्यूयॉर्क में भी ट्रंप अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन से पिछड़ते दिख रहे हैं।

सर्वेक्षणों में यौन शोषण के आरोपों में घिरे ट्रंप और हिलेरी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। ऐसे में ह्वाइट हाउस कौन पहुंचेगा यह तय करने में स्विंग स्टेट की निर्णायक भूमिका हो सकती है। यही कारण है कि आठ नवंबर के चुनाव से ठीक पहले दोनों उम्मीदवारों ने इन प्रांतों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

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रोमालवेस्की दि सेंटर फॉर अबर्न रिसर्च में सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क मैपिंग सर्विस के निदेशक हैं। उन्होंने बताया कि पेंसिल्वेनिया में 20 इलेक्टोरल वोट हैं। इनमें से ज्यादातर का रूझान हिलेरी की ओर माना जाता है। बीते तीन चुनावों में यह प्रांत डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के साथ ही रहा है और इस बार भी हिलेरी का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है।

चुनाव के मद्देनजर एक और महत्वपूर्ण राज्य ओहियो के बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि यहां दोनों के बीच कांटे की टक्कर है। इसके बावजूद बीते चुनाव के नतीजों को देखते हुए रोमालवेस्की का मानना है कि यहां भी ट्रंप का प्रदर्शन अच्छा नहीं होगा। उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क दोनों ही उम्मीदवारों का गृह राज्य है। यहां भी हिलेरी की जीत लगभग निश्चित है, क्योंकि लगातार कई च़ुनावों से यहां के लोग डेमोक्रेट उम्मीदवार को ही चुनते रहे हैं।

पावेल हिलेरी के साथ

पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पावेल ने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार ट्रंप का साथ देने से इन्कार कर दिया है। इस चुनाव में वे विरोधी दल की उम्मीदवार हिलेरी को वोट देंगे। लॉंग आइलैंड में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह घोषणा की। वे आखिरी रिपब्लिकन राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थे। पूर्व के दो चुनावों में भी उन्होंने पार्टी उम्मीदवार की बजाय डेमोक्रेटिक प्रत्याशी बराक ओबामा को समर्थन दिया था। इससे पहले भी कई रिपब्लिकन नेता हिलेरी को समर्थन का एलान कर चुके हैं।

चुनाव में हस्तक्षेप मुश्किल

अमेरिका के खुफिया प्रमुख जेम्स क्लैपर ने कहा है कि रूस राष्ट्रपति चुनाव नतीजों को प्रभावित नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश का पूर्व सोवियत संघ और रूस का इतिहास रहा है। लेकिन, मतदान तंत्र की विकेंद्रीकृत प्रकृति के कारण नतीजों को प्रभावित करना बहुत मुश्किल है। डेमोक्रेटिक पार्टी ट्रंप के पक्ष में रूस द्वारा नतीजों को प्रभावित करने की कई बार आशंका जता चुकी है।

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