राजस्थान: मतदान में एक से 2 प्रतिशत की कमी या बढ़ोतरी ने बदली सीएम की कुर्सी
राजस्थान मे 15 वीं विधानसभा के शुक्रवार को मतदान सम्पन्न हो गया,अब 11 दिसम्बर को मतगणना होगी।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान मे 15 वीं विधानसभा का चुनाव शुक्रवार सम्पन्न हो गया। अब 11 दिसम्बर को मतगणना होगी। वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने कई नए प्रयोग किए, लेकिन ये काम नहीं आया। वहीं, वोट प्रतिशत कम होने को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के नेता अपने-अपने पक्ष में दलीलें दे रहे हैं।
33 साल में हुए सात विधानसभा चुनाव का रिकॉर्ड देखें तो एक प्रतिशत कम मतदान अथवा दो फीसदी अधिक मतदान से सत्ता परिवर्तन हो जाता है। पिछले विधानसभा चुनाव के मतदान प्रतिशत में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, उसका कारण मोदी लहर को माना गया। भाजपा को 200 में से 163 सीटें मिली और कांग्रेस आजादी के बाद सबसे कम 21 सीटों पर सिमट कर रह गई।
पिछले सात चुनाव का रिकॉर्ड
साल 1985 में 2 प्रतिशत बढ़ोतरी से सत्ता परिवर्तन हुआ। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए विधानसभा चुनाव में 54.93 प्रतिशत मतदान हुआ और कांग्रेस ने 113 सीटें हासिल कर एक बार फिर सत्ता प्राप्त की। प्रदेश में 1980 में भी कांग्रेस की सरकार थी।