दिल्ली MCD चुनाव के बीच केजरीवाल को लग सकता है बड़ा झटका
तिमारपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी विधायक पंकज पुष्कर ने पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन खुलेआम योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज अभियान के लिए प्रचार कर रहे हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली नगर निगम चुनाव 2017 की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लग सकता है। एक तरफ AAP जहां बवाना से पार्टी के विधायक रहे वेदप्रकाश के भाजपा में शामिल हो गए हैं वही कुछ और विधायकों के पाला बदलने की संभावना बनने की खबर आ रही है।
सूत्रों का मानना है कि वेद प्रकाश की ही तरह AAP के कई और विधायक आलाकमान से नाराज है। इस लड़ाई की वजह से पार्टी में विभाजन भी हो सकता है। वेदप्रकाश के भाजपा में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि AAP के 4 और विधायकों की कांग्रेस पार्टी के साथ बातचीत चल रही है। यह बात कांग्रेस के नेता पहले ही कह चुके हैं।
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30-35 AAP विधायक हैं नाराज
अटकलों का बाजार पर यकीन करें तो AAP के 30 अन्य विधायक पाला बदल सकते हैं। यहां तक कहा जा रहा है कि AAP के कम से कम 4 विधायकों ने पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी। यह भी कहा जा रहा है कि इन 4 विधायकों ने 31 अन्य विधायकों के समर्थन का भी आश्वासन दिया है। इस मसले पर कांग्रेस के भीतर चर्चा भी चल रही है।
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इस तरह AAP में होती रहीं दिक्कतें
आम आदमी पार्टी और विवाद का एक-दूसरे से करीबी नाता रहा है। योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण जैसे नेता भी इसी विवाद के चलते पार्टी से बाहर हैं। 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों में AAP को 67 सीटें हासिल हुई थीं। अब आलम यह है कि बगावत के चलते तकरीबन आधा दर्जन विधायक पार्टी लाइन से अलग रुख अपनाते रहे हैं।
इनमें सबसे बड़ा नाम पंकज पुष्कर का है, जो योगेंद्र यादव खेमे के माने जाते हैं। पंकज अक्सर अरविंद केजरीवाल की आलोचना करते रहे हैं। बता दें तिमारपुर के विधायक पुष्कर ने पार्टी नहीं छोड़ी है, लेकिन खुलेआम योगेंद्र यादव की पार्टी स्वराज अभियान के लिए प्रचार कर रहे हैं। स्वराज अभियान एमसीडी चुनाव लड़ रही है।
इस फेहरिस्त में विधायक देवेंद्र सहरावत, पूर्व मंत्री संदीप कुमार और असीम अहमद खान भी शामिल हैं। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो इनमें से कुछ विधायक उनके साथ बातचीत कर रहे हैं।