Madhya Pradesh Chunav 2018: सागर में दोहे में लिखी मतदान करने की प्रक्रिया

MP Chunav 2018: कृषि उपसंचालक अवधेश कुमार नेमा द्वारा लिखी गई दोहावली की खास बात ये है कि इसे पढ़ लेने के बाद मतदाता के मन में मतदान को लेकर कोई प्रश्न नहीं बचता।

By Rahul.vavikarEdited By: Publish:Fri, 23 Nov 2018 06:44 PM (IST) Updated:Fri, 23 Nov 2018 06:44 PM (IST)
Madhya Pradesh Chunav 2018: सागर में दोहे में लिखी मतदान करने की प्रक्रिया
Madhya Pradesh Chunav 2018: सागर में दोहे में लिखी मतदान करने की प्रक्रिया

सागर, हरवेंद्र सिंह ठाकुर, नवदुनिया। लोकतंत्र में गहरी आस्था व विश्वास जताते हुए जिले के कृषि उपसंचालक अवधेश कुमार नेमा ने अपने शासकीय काम के इतर कुछ अलग करने का सोचा और मतदाताओं के लिए लिख डाली दोहावली। इस दोहावली की विशेषता यह है कि इसे पढ़ लेने के बाद किसी भी मतदाता के मन में मतदान को लेकर कोई प्रश्न नहीं बचता, क्योंकि पूरी मतदान प्रक्रिया को उन्होंने दोहों के जरिए बताया है।

श्री नेमा ने इसी प्रकार की दोहावली पीठासीन अधिकारी एवं मतदानकर्मियों के लिए भी तैयार की है, जिसमें ईवीएम मशीन से लेकर मतदान प्रक्रिया कैसे पूरी कराई जाए, इस बारे में दोहे लिखे हैं। जिले में चुनावी तैयारियों व मतदान के लिए प्रशासन से जागरूकता को लेकर लंबे समय से प्रयास किए जा रहे है। इसी कड़ी में कृषि विभाग के उपसंचालक द्वारा तैयार दोहावलियों को भी जागरूकता बुकलेट में स्थान दिया गया है। जिले के सभी पीठासन अधिकारियों व मतदाताओं को यह जागरूकता पुस्तिका बांटी जानी है। दोहावली के माध्यम से मतदाताओं को सरल रूप में ईवीएम मशीन व मतदान की प्रक्रिया के बारे में समझाया गया है। मतदानकर्मियों को कैसे कार्य करना है, इसकी भी इस पुस्तिका में जानकारी दी गई है। जो जिले में एक अनूठा प्रयोग माना जा रहा है।

चुनाव आयोग कर चुका है सम्मानित

दोहावली के रचयिता कृषि विभाग के उपसंचालक अवधेश कुमार नेमा को चुनावी दोहावली को लेकर साल 2004 में चुनाव आयोग द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था। वैसी ही दोहावली इस वर्ष के चुनाव के लिए श्री नेमा द्वारा तैयार की गई है। जो पीठासन अधिकारी व मतदाताओं के लिए सहायता होगी। सोशल मीडिया पर यह दोहावली वायरल हो रही है।

मतदाताओं के लिए दोहावली में यह है उल्लेख

मतदाताओं को लिखी गई मतदान दोहावली में मतदान पर विचार करने, बूथ पर भीड़ होने पर मतदाता को क्या करना चाहिए, इस बात की जानकारी दी गई है। जिसमें बताया गया कि - जाएं जब मतदान को, करिए खूब विचार। एक-एक मत से बने, हम सबकी सरकार ।। हो सकता है बूथ पर, होवे भीड़ अपार। लाइन में लग जाईये, करिए कुछ इंतजार।। दोहावली में इसके साथ ही मतदाताओं को शुरुआत में क्या करना होगा यह बात भी लिखकर बताई गई है जायेंगे जब बूथ में, पूछेंगे वे नाम। बिना झिझक बतलाईये, संग पिता का नाम।। नाम मिलने के बाद अधिकारियों से चिन्ह लगवाने के बारे में दोहावली में उल्लेख है कि चिन्हित प्रति में नाम आपका, जैसे ही मिल जाय। बांये हाथ की पहली अंगुली, बिंदी से सजवाय।।

रामायण की तर्ज पर दोहे जल्द समझ आते ह

दोहावली के रचयिता अवधेश कुमार नेमा ने दोहावली के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि ग्रामीणजनों को दोहावली के माध्यम से हर बात जल्द समझ आ जाती है। वह बताते हैं ग्रामीण क्षेत्रों में जो बुजुर्ग हैं, वह अशिक्षित होने के बाद भी रामायण के दोहे व उसका अर्थ जल्द समझ जाते हैं। इसलिए मतदाताओं को जागरूक करने के लिए मतदान दोहावली व अधिकारियों को ईवीएम की तकनीकी जानकारी को लेकर दोहावली लिखी है। इससे पीठासीन अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया सरल रूप में याद हो जाएगी और परेशानी से बच सकते हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग से 2004 में जब पहली बार ईवीएम मशीन का उपयोग किया तो इस दोहावली के माध्यम से अधिकारियों व मतदाताओं को कई परेशानियों से निजात मिली थी। साथ ही दोहावली रचना पर चुनाव आयोग द्वारा पुरस्कृत किया गया।

पीठासन अधिकारियों के लिए दोहावली

चुनावी दोहावली के रचयिता अवधेश कुमार नेमा ने बताया कि पीठासीन अधिकारियों को लिखी दोहावली में ईवीएम मशीन व वीवीपैट मशीन के विषय में तकनीकी जानकारी दी है। जब मशीन का बूथ पर टेस्ट किया जाए तो अधिकारियों को क्या करना चाहिए। इसके लिए दोहावली के माध्यम से बताया गया कि तीनों यूनिट खोलकर, सीलों की कर जांच। केवल से फिर जोड़ कर, कीजे स्विच ऑन।। साथ ही नकली मतदान पत्र की जानकारी को लेकर बताया कि पहले क्लियर कीजिए, फिर नकली मतदान। दोबारा क्लियर करें, देकर पूरा ध्यान। साथ ही उसमें बताया कि यदि मशीन क्लियर न हो तो यह करें, अगर न क्लियर होय तो, पहले क्लोज बटन दबांय। फिर रिजल्ट के बाद में, क्लियर बटन दबाया। दोहावली के माध्यम से पीठासन अधिकारियों को पूरी प्रक्रिया बतलाई गई है।

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