राजस्थान लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार आठ से दस सीटों पर दे सकती है नए चेहरों को मौका

राजस्थान लोकसभा चुनाव में जुटी भाजपा ने यहां की 25 सीटों के प्रत्याशियों के नाम तय करने की कवायद तेज कर दी है। 25 में से आठ से दस सीटों पर इस बार नए चेहरों को मौका दे सकती है।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Wed, 13 Mar 2019 09:50 AM (IST) Updated:Wed, 13 Mar 2019 10:19 AM (IST)
राजस्थान लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार आठ से दस सीटों पर दे सकती है नए चेहरों को मौका
राजस्थान लोकसभा चुनाव में भाजपा इस बार आठ से दस सीटों पर दे सकती है नए चेहरों को मौका

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने यहां की 25 सीटों के प्रत्याशियों के नाम तय करने की कवायद तेज कर दी है। बताया जा रहा है कि पार्टी 25 में से आठ से दस सीटों पर इस बार नए चेहरों को मौका दे सकती है। इस सप्ताह के अंत तक टिकट के दावेदारों के पैनल आलाकमान को भेजे जा सकते हैं।

राजस्थान में भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में सभी 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। मोदी लहर का जलवा ऐसा था कि सिर्फ दो सीटों करौली-धौलपुर और दौसा को छोड़कर हर सीट पर जीत का अंतर भी 50 हजार वोटों से ज्यादा था। वहीं आठ सीटें ऐसी थीं, जहां जीत का अंतर तीन से साढ़े पांच लाख मतों के बीच था। भाजपा को कांग्रेस के मुकाबले 25 प्रतिशत ज्यादा वोट मिले थे लेकिन इस बार स्थितियां कुछ बदली हुई हैं।

राजस्थान में अब पार्टी की सरकार नहीं है और मोदी लहर का असर भी पहले जैसा नहीं है। ऐसे में भाजपा के सामने अपनी पुरानी जीत को दोहराना बड़ी चुनौती है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस चुनौती को समझ रही है और इसी के चलते आठ से दस सीटों पर पार्टी नए चेहरों को मौका देने की तैयारी कर रही है।

इन सीटों पर बदले जा सकते हैं चेहरे

पार्टी सूत्रों की मानें तो आगामी लोकसभा चुनाव में करौली-धौलपुर, श्रीगंगानगर, सीकर, झुंझुनूं, बाड़मेर, जालौर, जयपुर शहर, दौसा, अजमेर और अलवर सीटों पर नए चेहरे उतारे जा सकते हैं। इनमें अलवर, अजमेर और दौसा सीटों पर तो अब पार्टी के पास पुराने प्रत्याशी हैं भी नहीं, क्योंकि अजमेर और अलवर में सांसद बने नेताओं का निधन हो चुका है। वहां उपचुनाव में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, वहीं दौसा के सांसद हरीश मीणा कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

यह कवायद जारी

पार्टी सूत्रों का कहना है कि हर सीट पर पार्टी के प्रदेशस्तरीय नेताओं ने जाकर फीडबैक लिया है। यह फीडबैक रिपोर्ट आलाकमान को भेजी जा चुकी है। इसके साथ ही विभिन्न सर्वे एजेंसियों और पार्टी की स्थानीय इकाइयों से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी दावेदारों को चिन्हित कर पैनल बनाने में जुटी है। हालांकि अभी तक विधानसभा चुनाव की तरह कोर कमेटी की बैठक नहीं हुई है।

पार्टी सूत्रों की मानें तो ज्यादातर सीटों के लिए पार्टी ने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि इस बार टिकट वितरण की कमान आलाकमान के हाथ में ही रहने वाली है। राजस्थान में पहले चरण की 13 सीटों का चुनाव 29 अप्रैल को है। ऐसे में समय ज्यादा बचा नहीं है क्योंकि इस चरण की अधिसूचना दो अप्रैल को जारी हो जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि होली के तुरंत बाद पार्टी पहले चरण की 13 सीटों के ज्यादातर नाम घोषित कर देगी।

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