वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल का राहुल गांधी ने दिया ये जवाब

कांग्रेस अध्यक्ष ने वायनाड से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर यह जवाब पार्टी के घोषणा पत्र जारी करने के मौके पर पत्रकारों से चर्चा में दिया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 02 Apr 2019 10:37 PM (IST) Updated:Tue, 02 Apr 2019 10:37 PM (IST)
वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल का राहुल गांधी ने दिया ये जवाब
वायनाड से चुनाव लड़ने के सवाल का राहुल गांधी ने दिया ये जवाब

नई दिल्ली(जागरण ब्यूरो)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को अमेठी (उत्तर प्रदेश) के साथ वायनाड़ (केरल) से भी अपने चुनाव लड़ने के फैसले पर उठाए जा रहे सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच सालों में पूरे दक्षिण भारत की अनदेखी की। वहां के लोग इसे महसूस कर रहे है। इसके चलते ही दक्षिण भारत से भी चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने वायनाड़ से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर यह जवाब पार्टी के घोषणा पत्र जारी करने के मौके पर पत्रकारों से चर्चा में दिया। उन्होंने कहा कि 'उनका वायनाड से चुनाव लड़ने का यह फैसला ही मोदी सरकार द्वारा दक्षिण भारत की उपेक्षा का जवाब है।

इस फैसले के जरिए वह दक्षिण भारत के लोगों को यह संदेश भी देना चाहते है, कि मैं उनका ही हिस्सा हूं, और हम उनके साथ खड़े है।' हालांकि वह इस मौके पर किए गए इस तरह के सवालों को लेकर थोड़ा झल्लाए भी और कहा कि इस तरह के सवाल आप पीएम मोदी से क्यों नहीं पूछते है? इसके बाद तो उन्होंने संयमित होते हुए कहा कि अपने वायनाड़ से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर पूरी स्थिति साफ की।

राहुल गांधी के अमेठी (उत्तर प्रदेश) की अपनी परंपरागत सीट के अलावा वायनाड से चुनाव लड़ने की पार्टी की घोषणा के बाद ही भाजपा और सीपीआई (एम) ने उन पर तीखा हमला बोला था। भाजपा ने इसे अमेठी की हार से डर कर भागने वाला और अल्पसंख्यक कार्ड को खेलने वाला कदम बताया था, जबकि सीपीआई (एम) ने इसे कांग्रेस का गलत कदम करार दिया था।

हालांकि इस पूरे मामले पर पार्टी के रणनीतिकारों का मानना है कि इससे पार्टी को दक्षिण भारत में अच्छी सीटें मिल सकती है। यही वजह है कि राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर दक्षिण भारत की बेरुखी का आरोप लगाकर इसे अपने जुड़ाव को जताने की कोशिश की है।

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