Loksabha Election 2019 : एक बार फ‍िर पीएम नरेंद्र मोदी डीरेका गेस्‍ट हाउस के बनेंगे मेहमान

पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी से अपने नामांकन और रोडशो के लिए एक बार फ‍िर से काशी आ रहे हैं। उम्‍मीद है कि एक बार फ‍िर वह रात्रि प्रवास डीरेका गेस्‍ट हाउस में करेंगे।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 02:24 PM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 03:33 PM (IST)
Loksabha Election 2019 : एक बार फ‍िर पीएम नरेंद्र मोदी डीरेका गेस्‍ट हाउस के बनेंगे मेहमान
Loksabha Election 2019 : एक बार फ‍िर पीएम नरेंद्र मोदी डीरेका गेस्‍ट हाउस के बनेंगे मेहमान

वाराणसी, जेएनएन।  पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी से अपने नामांकन और रोडशो के लिए एक बार फ‍िर से काशी आ रहे हैं। उम्‍मीद है कि एक बार फ‍िर वह रात्रि प्रवास डीरेका गेस्‍ट हाउस में करेंगे। इससे पूर्व भी वह अपने दौरे पर डीरेका गेस्‍ट हाउस में ठहरते रहे हैं। एसपीजी भी पीएम के आगमन को लेकर शहर में सुरक्षा व्‍यवस्‍था का जायजा लेने के साथ रुट चार्ट को भी अंतिम रुप देने में जुटी हुई है। इसी कडी में सोमवार को डीरेका गेस्‍ट हाउस में सुरक्षा जायजा के लिए सीओ भेलूपुर अनिल कुमार ने गेस्‍ट हाउस का निरीक्षण किया। वहीं परिसर की साफ सफाई भी सोमवार को कर्मचारी करते नजर आए। वहीं एसपीजी के आईजी आलोक शर्मा ने डीएम व एसएसपी के साथ दोपहर में सुरक्षा बैठक कर पीएम के दौरे की रुपरेखा तैयार की।

पीएम ने शेयर किया था अनुभव : पीएम ने यहां उन्होंने आगंतुक पुस्तिका में लिखा कि डीएलडब्ल्यू में रुकने से उनके मन में अपने बचपन की वो यादें ताज़ा हो गईं जब वह रेलगाड़ियों और रेलवे स्टेशनों के साथ करीब से जुड़े थे। प्रधानमंत्री ने बताया कि किस तरह उन्हें यात्रियों और रेलगाड़ियों की याद आई और किस तरह यह उनके लिए एक तरह का भावनात्मक अनुभव था। भविष्य को लेकर नरेंद्र मोदी ने कहा कि बचपन की ये यादें नए संकल्प और नई संभावनाओं को बढ़ावा देंगी।

उन्होंने लिखा था : “बचपन से ही मेरा नाता रेलवे से रहा, रेलवे स्टेशन से रहा, रेल के डिब्बे से रहा। कल से मैं यहीं डीएलडब्‍ल्‍यू के परिसर में ठहरा हूं। चारों तरफ रेलवे के माहौल ने मुझे मेरे बचपन से जोड़ दिया। शायद पहली बार पूरा समय बचपन, वो रेल के डिब्बे, वो यात्री, सबकुछ मेरी आँखों के सामने ज़िंदा हो गया। वे यादें बहुत ही भावुक थी। यहां सबका अपनापन बहुत भाया। सभी कर्मयोगी भाइयों को धन्यवाद। अब तो मुझे बार बार यहां आना होगा। फिर बचपन की स्मृतियों के साथ नए संकल्प, संभावनाएं बनेंगी। मां गंगा का प्यार और आशीर्वाद हमारे देश को निर्मल बनाये, हमारी सोच को निर्मल बनाये यही प्रार्थना।”

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