Lok Sabha Election 2019: सभा के जरिए असंतुष्टों को साधने में सफल रही भाजपा

कोडरमा लोकसभा सीट में टिकट बंटवारे को लेकर नेताओं के बीच जो असंतोष का माहौल था उसे पाटने में भाजपा पूरी तरह से सफल होती दिख रही है।

By Edited By: Publish:Tue, 16 Apr 2019 11:25 PM (IST) Updated:Wed, 17 Apr 2019 05:34 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: सभा के जरिए असंतुष्टों को साधने में सफल रही भाजपा
Lok Sabha Election 2019: सभा के जरिए असंतुष्टों को साधने में सफल रही भाजपा
गिरिडीह, जेएनएन। कोडरमा लोकसभा सीट में टिकट बंटवारे को लेकर नेताओं के बीच जो असंतोष का माहौल था, उसे पाटने में भाजपा सफल होती दिख रही है। अन्नपूर्णा देवी के नामांकन पत्र के दौरान मंगलवार को जो नजारा था, उससे तो कम से कम यही कहा जा सकता है। टिकट से बेदखल किए गए कोडरमा के सांसद डॉ. रवींद्र कुमार राय की नामांकन में मौजूदगी मुख्यमंत्री रघुवर दास को काफी सुकून दे रही थी।
कोडरमा विधानसभा क्षेत्र में अन्नपूर्णा देवी की प्रतिद्वंद्वी व मानव संसाधन मंत्री डॉ. नीरा यादव एवं कोडरमा जिला परिषद की अध्यक्ष भी गिरिडीह पहुंचीं। इससे लग रहा है कि उम्मीदवारी पर अब कोई गिला-शिकवा किसी को नहीं है। डॉ. नीरा यादव समेत कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के सभी पांचों भाजपा विधायकों एवं बरकट्ठा के पूर्व विधायक अमित यादव ने एकजुटता दिखा महागठबंधन को संदेश दिया कि भाजपा में कलह की बात जो प्रचारित की जा रही है, वह सही नहीं है। मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा के नामांकन के पूर्व शहर के झंडा मैदान में जब चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे, तब तक इस क्षेत्र के सभी भाजपा विधायक एवं वरिष्ठ नेता पहुंचे हुए थे। लेकिन एक नेता का इंतजार सभी को था, वह नेता थे डॉ. रवींद्र कुमार राय। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा भी कि आपस में जो भी गिला-शिकवा हो, उसे दूर कर अन्नपूर्णा को जीत दिलाएं। मुख्यमंत्री का भाषण जैसे ही समाप्त हुआ, रवींद्र राय मंच पर पहुंच गए।
सभा के बाद मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा, रवींद्र राय, डॉ. नीरा यादव को अपने साथ लेकर नामांकन कराने समाहरणालय तक गए। अन्नपूर्णा का नामांकन कराने रवींद्र-डॉ. नीरा गए। विदित हो कि कोडरमा सीट से सांसद रवींद्र राय के अलावा, डॉ. नीरा यादव, गांडेय के विधायक प्रो. जयप्रकाश वर्मा, प्रणव वर्मा आदि टिकट के प्रबल दावेदार थे। पार्टी ने राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी को भाजपा का प्रत्याशी बना दिया। कुछ दिन पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलकर रवींद्र राय ने अपनी पीड़ा भी जताई थी। वैसे अमित शाह से मिलकर रवींद्र ने स्पष्ट कर दिया था कि अब उन्हें टिकट कटने का कोई गिला शिकवा नहीं है।
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