अभी तक रामपुर में प्रचार करने नहीं आए बड़े फिल्मी सितारे

फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के चुनाव प्रचार के लिए बड़े-बड़े फिल्मी सितारे रामपुर आए। जया को वोट दिलाने के लिए वे गांव-गांव घूमे और जनसभाएं भी कीं

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 18 Apr 2019 01:28 AM (IST) Updated:Thu, 18 Apr 2019 05:15 PM (IST)
अभी तक रामपुर में प्रचार करने नहीं आए बड़े फिल्मी सितारे
अभी तक रामपुर में प्रचार करने नहीं आए बड़े फिल्मी सितारे

रामपुर(मुस्लेमीन)। फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा के चुनाव प्रचार के लिए बड़े-बड़े फिल्मी सितारे रामपुर आए। जया को वोट दिलाने के लिए वे गांव-गांव घूमे और जनसभाएं भी कीं, लेकिन इस बार कोई बड़ा सितारा नजर नहीं आ रहा है। लोगों को उम्मीद थी कि जयाप्रदा रामपुर से चुनाव लड़ेंगी तो सितारे भी खूब आएंगे और मनोरंजन भी होगा, किंतु लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं हो पा रही हैं।

भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं जया

जयाप्रदा इस बार रामपुर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। वह पहले भी दो बार रामपुर से सांसद चुनी गई हैं और दोनों बार ही उनके प्रचार के लिए फिल्मी सितारे आए और गांव गांव घूमे और गली मुहल्लों में भी वोट मांगे।

तब ऐसे थे हालात

जयाप्रदा 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में रामपुर आईं और सपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं। तब प्रदेश में सपा की सरकार थी और अमर सिंह भी सपा में थे। उनके आजम खां से रिश्ते अच्छे थे। उन्होंने जया को जिताने के लिए ताकत लगा दी। 2009 में भी जयाप्रदा सपा के टिकट पर रामपुर से प्रत्याशी बनीं। इस चुनाव में आजम खां उनसे खफा थे। उन्होंने जया के लिए प्रचार नहीं किया। ऐसे हालात में जया को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। जयाप्रदा के दोनों चुनाव में अनिल कपूर, संजय दत्त, फिरोज खान, जानी लीवर और ङ्क्षडपल कपाड़यिा भी गांव-गांव घूमे। जयाप्रदा दोनों चुनाव जीत गईं। हेमामालिनी तो भाजपा प्रत्याशियों के लिए जिले में कई जनसभा कर चुकी हैं। शत्रुघन सिन्हा भी जनसभा कर चुके हैं। 1998 के चुनाव में कांग्रेस की बेगम नूरबानो के समर्थन में अभिनेता दिलीप कुमार आए, जबकि 2002 में विस चुनाव से पहले अमिताभ बच्चन ने आजम के समर्थन में फिजीकल कालेज मैदान में जनसभा को संबोधित किया था। 2017 में विस चुनाव में महिमा चौधरी ने भाजपा प्रत्याशी रहे शिव बहादुर सक्सैना के समर्थन में रोड शो किया था।

सियासी सितारों की नगरी है रामपुर

आजादी के बाद से ही रामपुर सियासी सितारों की नगरी रहा है। रामपुर 1952 में हुए पहले चुनाव में ही सुॢखयों में आ गया था। तब मौलाना अबुल कलाम आजाद रामपुर से लड़े और चुनाव जीतने के बाद देश के पहले शिक्षा मंत्री बने। इसके बाद इस सीट पर नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले लोग नौ बार सांसद चुने गए। जुल्फिकार अली खां उर्फ मिक्की मियां पांच बार सांसद चुने गए। उनकी मौत के बाद पत्नी बेगम नूरबानो भी दो बार सांसद चुनी गईं। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी 1998 में रामपुर से ही लोस सदस्य चुने गए। वह देश के पहले ऐसे मुस्लिम नेता हैं, जो सबसे पहले भाजपा के टिकट पर लोस पहुंचे। सपा राष्ट्रीय महासचिव आजम भी रामपुर से नौ बार विधायक बन चुके हैं। अब रामपुर सीट से लड़ रहे हैं। उनकी पत्नी डा. तजीन फात्मा राज्यसभा सदस्य हैं तो बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक हैं। 

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