DMK नेता कनिमोझी ने कहा- हम वंशवाद पर नहीं बांट रहे टिकट

पत्रकारों की ओर से वंशवाद के सवाल पर कनिमोझी ने कहा जो लोग लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं केवल उन्हें एक सीट दी गई है किसी बाहरी को पार्टी में नहीं लाया गया है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 18 Mar 2019 04:13 PM (IST) Updated:Mon, 18 Mar 2019 04:13 PM (IST)
DMK नेता कनिमोझी ने कहा- हम वंशवाद पर नहीं बांट रहे टिकट
DMK नेता कनिमोझी ने कहा- हम वंशवाद पर नहीं बांट रहे टिकट

नई दिल्ली (पीटीआइ)। तमिलनाडु में 18 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामकरण में वंशवाद की राजनीति पर डीएमके ने सफाई दी है। पार्टी ने सोमवार को कहा कि डीएमके में केवल वफादार पार्टी कार्यकर्ताओं को ही टिकट दिया गया है।

डीएमके की वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद कनिमोझी ने कहा कि जो लोग लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे हैं, उन्हें चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया है। बता दें कि कनिमोझी दिवंगत पार्टी प्रमुख एम करुणानिधि की बेटी हैं और द्रमुक की कमान अब उनके भाई एम के स्टालिन संभाल रहे हैं। दक्षिणी तमिलनाडु में तूतीकोरिन निर्वाचन क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद कनिमोझी पहली बार लोकसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाएंगी।

पत्रकारों की ओर से वंशवाद के सवाल पर कनिमोझी ने कहा, 'जो लोग लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, केवल उन्हें एक सीट दी गई है, किसी बाहरी को पार्टी में नहीं लाया गया है।' डीएमके के परिवार से कनिमोझी के अलावा, पार्टी ने करुणानिधि के दादा और पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन और पार्टी के वरिष्ठ नेता दुरई मुरुगन के बेटे डीएम कथिर आनंद को मैदान में उतारा है।

एक अन्य वरिष्ठ नेता आरकोट एन वीरासामी के पुत्र डॉ. कलानिधि वीरसामी को भी डीएमके ने चेन्नई नॉर्थ से चुनाव में खड़ा किया गया है। इसके अलावा द्रमुक के विधायक और पूर्व मंत्री के पोनमुडी के बेटे, गौतम सिगमनी को भी टिकट दिया गया है।कनिमोझी ने कहा कि इस बार के चुनाव में पिछले साल 21 मई को स्टरलाइट के विरोध में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस गोलीबारी, जीएसटी और नोटबंदी प्रमुख मुद्दे रहेंगे। 

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