Exclusive: नहीं होगा अशोक गहलोत का इस्तीफा, पार्टी ने ली हार की सामूहिक जिम्मेदारी
Lok Sabha Election Results 2019 राजस्थान की सभी सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की पेशकश की चर्चाओं पर फिलहाल विराम लग गया है।
नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। Lok Sabha Election Results 2019, राजस्थान की सभी 25 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की हार के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस्तीफे की पेशकश की चर्चाओं पर फिलहाल विराम लग गया है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि सीएम सहित किसी भी नेता का इस्तीफा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी सभी नेताओं की सामूहिक रूप से है। हार के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की नीति कांग्रेस की हमेशा से ही रही है।
उन्होंने कहा कि चुनाव में सीएम,सचिन पायलट और मंत्रियों सहित सभी नेताओं ने काफी मेहनत की। पांडे ने कहा कि शनिवार को होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लोकसभा चुनाव परिणाम पर मंथन होगा। दरअसल,गुरूवार को चुनाव परिणाम आने के बाद से कांग्रेस में सीएम गहलोत द्वारा आलाकमान के समक्ष इस्तीफे की पेशकश किए जाने की चर्चा का दौर शुरू हुआ था। गहलोत के दिल्ली पहुंचने के बाद इस चर्चा को और अधिक बल मिला, लेकिन अब पांडे ने गहलोत के इस्तीफे की चर्चा को खारिज कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की 25 सीटों पर आए चुनाव परिणाम में सीएम गहलोत सहित 23 मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई है। मात्र दो मंत्रियों के निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशियों को बढ़त मिल सकी है। गहलोत के निर्वाचन क्षेत्र सरदारपुरा से उनके पुत्र और जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत 18 हजार वोटों से हारे है। प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के विधानसभा क्षेत्र झोटवाड़ा से पार्टी प्रत्याशी को 1:15 हजार वोटों से हार का मुंह देखना पड़ा है।
दो विधानसभा सीटों पर होगा उप चुनाव
राजस्थान में दो विधायकों के सांसद बनने के बाद अब दो विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव होंगे । छह माह की अवधि में ये चुनाव कराए जाएंगे । राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल के नागौर से सांसद बनने के बाद खींवसर विधानसभा सीट पर चुनाव होगा । बेनीवाल खींवसर से करीब पांच माह पूर्व चुनाव जीते थे । लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वे एनडीए में शामिल हुए और नागौर से चुनाव लड़ा था । बेनीवाल के एनडीए में शामिल होने के बाद भाजपा ने अपने सांसद और केंद्रीय मंत्री सी.आर.चौधरी का टिकट काटकर उन्हे समर्थन दिया थ ा। इसी तरह मंडावा से विधायक नरेंद्र खीचड़ के झुझुनूं से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे है । खीचड़ के सांसद बनने के बाद अब मंडावा विधानसभा सीट पर भी उप चुनाव कराना होगा ।
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