सिद्धू ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन! लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार नहीं करेगा उनका गुट; हाईकमान के सामने रख दी ये शर्त

Lok Sabha Election 2024 पंजाब में लोकसभा चुनाव के बीच नवजोत सिंह सिद्धू गुट ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है। गुरुवार को पटियाला में सिद्धू के आवास पर हुई बैठक में गुट ने फैसला लिया है कि वे पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार नहीं करेंगे। इसके अलावा सिद्धू गुट ने हाईकमान के सामने एक शर्त भी रख दी है।

By Jagran NewsEdited By: Ajay Kumar Publish:Fri, 19 Apr 2024 02:07 PM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2024 02:07 PM (IST)
सिद्धू ने बढ़ाई कांग्रेस की टेंशन! लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार नहीं करेगा उनका गुट; हाईकमान के सामने रख दी ये शर्त
लोकसभा चुनाव 2024: कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रचार नहीं करेगा सिद्धू गुट।

जागरण टीम, बठिंडा/पटियाला। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू समेत उनके गुट के नेताओं ने एकमत से निर्णय लिया है कि लोकसभा चुनाव में वे न तो पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे और न ही उनके साथ चलेंगे।

पटियाला में गुरुवार को नवजोत सिद्धू के घर पर हुई बैठक में सिद्धू के अलावा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शमशेर सिंह दूलो, पूर्व विधायक नाजर सिंह मानशाहिया, जगदेव सिंह कमालू, महेशइंद्र सिंह के अलावा बठिंडा देहात के प्रभारी हरबिंदर लाडी व राजवीर सिंह महराज मौजूद थे।

चुनाव के बाद कर दिया जाता अनदेखा

बैठक में शामिल मानसा से पूर्व विधायक नाजर मानशाहिया और हरविंदर लाडी ने इसकी पुष्टि की है। मानशाहिया ने कहा कि वे सभी सिद्धू की पत्नी का हालचाल जानने गए थे। इस दौरान हुई बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि जब पार्टी को जरूरत होती है तो उनको सिद्धू की याद आ जाती है लेकिन चुनाव के बाद में उनको अनदेखा कर दिया जाता है।

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बेवजह सिद्धू की रैलियों को रोका

दोनों नेताओं ने कहा कि पहले पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी और अब प्रत्याशी सिद्धू के साथ संपर्क साध पार्टी की मजबूती के लिए रैलियां करने के लिए कह रहे हैं। बैठक में मौजूद नेताओं ने कहा कि जब सिद्ध पार्टी की मजबूती के लिए रैलियां कर रहे थे तो सभी नेता उनकी रैलियों को रोकने में लगे हुए थे। यही नहीं, सिद्धू की रैलियां कराने वालों को बेवजह पार्टी से निकाल दिया गया।

उन्होंने कहा कि उनको तो अभी तक यह भी नहीं पता कि वे कांग्रेस पार्टी में हैं भी या निकाले जा चुके हैं क्योंकि इंटरनेट मीडिया से उनको पार्टी से निकाले जाने का पत्र भी मिला था, लेकिन पार्टी की ओर से आधिकारिक कोई पत्र उनको नहीं मिला।

हाईकमान के सामने रखी ये शर्त

मानशाहिया ने कहा कि सिद्धू ग्रुप का कोई भी नेता पार्टी के प्रत्याशियों के हक में तब तक चुनाव प्रचार नहीं करेगा, जब तक कांग्रेस हाईकमान नवजोत सिद्धू से चर्चा नहीं करेगी और पार्टी से निकाले गए सिद्धू गुट के नेताओं को फिर से कांग्रेस में शामिल नहीं किया जाता।

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