Lok Sabha Election 2019 : तारीख बढऩे की वजह से सपा में लंबी हो रही दावेदारों की सूची
सपा-बसपा गठबंधन की ओर से अभी तक इलाहाबाद और फूलपुर संसदीय क्षेत्र के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की गई है। शायद यही कारण है कि दावेदारों की सूची भी बढ़ रही है।
प्रयागराज : सपा-बसपा गठबंधन का प्रत्याशी सपा व बसपा गठबंधन का प्रत्याशी इलाहाबाद व फूलपुर संसदीय क्षेत्र से आखिर कौन होगा, इस पर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। सपाई और बसपाई सुबह से आलाकमान के निर्णय पर टकटकी लगाए रहते हैं। हालांकि उन्हें प्रतिदिन मायूसी ही मिलती है।
घनघना रहे फोन, उत्सुक हैं कार्यकर्ता व पदाधिकारी
दोनों ही संसदीय सीट के लिए प्रत्याशी का नाम जानने के लिए लखनऊ स्थित मुख्यालय में मौजूद नेताओं से संपर्क में रहते हैं लेकिन रात होते ही सारी उत्सुकता पर विराम लग जाता है। प्रत्याशी तय न होने से दावेदारों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। आए दिन कोई न कोई नाम सुर्खियों में रहता है। हालांकि मुहर किस नाम पर लगेगी, यह बताने की स्थिति में कोई नहीं है।
इलाहाबाद व फूलपुर संसदीय क्षेत्र में नामांकन 16 अप्रैल से
इलाहाबाद व फूलपुर संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशियों का नामांकन 16 अप्रैल से शुरू होगा। भाजपा ने दोनों सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस ने फूलपुर से प्रत्याशी घोषित कर दिया है, लेकिन इलाहाबाद सीट पर अभी पत्ता नहीं खोला है। सपा-बसपा गठबंधन में अभी दोनों सीटों पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। दोनों सीटों पर सपा को प्रत्याशी उतारना है।
कई नाम सुर्खियों में हैं
फूलपुर संसदीय सीट से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के पौत्र व मैनपुरी से सांसद तेज प्रताप यादव का नाम सबसे ऊपर है। इनके अलावा मौजूदा सांसद नागेंद्र पटेल, पूर्व सांसद धर्मराज पटेल, आसिफ सिद्दीकी, पूर्व विधायक विजमा यादव भी दावेदार की दौड़ में बने हैं। जबकि इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से राज्यसभा सदस्य रेवतीरमण सिंह, उनके बेटे विधायक उज्ज्वल रमण सिंह के अलावा कई नाम सुर्खियों में है। फिलहाल जब तक इलाहाबाद और फूलपुर संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं होती, कार्यकर्ताओं में असहजता की स्थिति बनी हुई है। उन्हें तो बस प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जल्दी है।