Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के लिए झामुमो ने जारी किया निश्चय पत्र

Lok Sabha Election 2019. झामुमो ने शनिवार को निश्चय पत्र जारी किया। जल जंगल जमीन का हवाला देते हुए झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन-हेमंत सोरेन ने उठो लड़ो बदलो का नारा दिया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 27 Apr 2019 04:39 PM (IST) Updated:Sat, 27 Apr 2019 04:41 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के लिए झामुमो ने जारी किया निश्चय पत्र
Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव के लिए झामुमो ने जारी किया निश्चय पत्र

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड मुक्ति मोर्चा जल, जंगल, जमीन के अधिकारों को लेकर संघर्षरत रहेगी। मोर्चा ने शनिवार को अपना पांच सूत्री घोषणापत्र जारी किया। इसे निश्चय पत्र का नाम दिया गया है। मोर्चा के निश्चय पत्र के मुख्य पृष्ठ पर झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की तस्वीर के साथ उठो, लड़ो, बदलो का आह्वान किया गया है। आरंभ में अपनी बात के तहत शिबू सोरेन ने प्रस्तावना लिखी है।

जल, जंगल, जमीन की रक्षा मोर्चा का पहला निश्चय है। जिसमें जिक्र है कि संगठन भूमि अधिग्र्रहण कानून-2018 व भूमि बैंक की नीति को रद करेगी। बड़ी सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा होगी। वनाधिकार कानून में बदलाव निरस्त होंगे। वन भूमि के गैर जरूरी कानूनी प्रावधान समाप्त होंगे। वन पïट्टा देने की नीति सरल होगी। खनन एवं बिजली परियोजनाओं की समीक्षा होगी।

खनन के लिए जंगल की अंधाधुंध कटाई पर रोक लगेगी। विस्थापितों के लिए पुनर्वासन आयोग का गठन होगा। दूसरा निश्चय रोजगार सृजन, तीसरा शिक्षा एवं स्वास्थ्य, चौथा निश्चय मध्यम वर्ग, महंगाई और गरीबी और पांचवां निश्चय सामाजिक न्याय और मानवाधिकार से जुड़ा है। पार्टी का दावा है कि भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारें आमलोगों के हितों का गला घोंट रही है। 

भाजपा झूठों की जमात, शिशुपालों की टोली : शिबू सोरेन
झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन ने झारखंड में भाजपा के सांसदों को तोता की उपमा दी है। उन्होंने कहा कि ये दिल्ली में बैठे अपने आकाओं के प्रति जिम्मेदार हैं। ये दिल्ली की भाषा समझते और बोलते हैं। इनकी ताकत नहीं है कि दिल्ली में बैठकर झारखंड को लूटने की साजिश रचने वाले तथा आदिवासी विरोधी कानून बनाने वाले दिल्ली के अपने आकाओं का विरोध कर सकें।

ऐसे में जरूरी है कि झारखंड के मूलवासी-आदिवासी एवं अल्पसंख्यक हितों की रक्षा कर रहे ज्यादा प्रतिनिधि लोकसभा में पहुंचें ताकि आदिवासी बहुल राज्य झारखंड के लोगों को प्राप्त संवैधानिक सुरक्षा कवच तोडऩे की कोशिश का पुरजोर विरोध हो। भाजपा को उन्होंने झूठे लोगों की जमात बताते हुए कहा कि यह शिशुपालों की टोपी है। ये पूंजीपतियों के मसीहा और आदिवासियों, दलितों, अल्पसंख्यकों और किसानों के दुश्मन हैं। झामुमो और भाजपा की सोच और नीतियों में मौलिक अंतर है। भाजपा पूंजीपतियों की बढ़ती संपत्ति को विकास मानती है जबकि झामुमो गरीबों की भूख मिटाने की दर को विकास का पैमाना मानती है। 

भाजपा चुनाव मैदान में है या सेना : हेमंत सोरेन
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने दावा किया कि विपक्षी गठबंधन भाजपा को शिकस्त देगा। भाजपा का सफाया हो जाएगा। भाजपा राष्ट्रवाद की बातें करती है लेकिन वह देश विरोधी है। उन्होंने भाजपा नेताओं से सवाल पूछा कि यह बताएं कि भाजपा चुनाव लड़ रही है या सेना। हर बात में सैनिकों की कार्रवाई का जिक्र हो रहा है। इससे पहले भी परमाणु परीक्षण हुए लेकिन किसी ने अकेले श्रेय लेने की होड़ नहीं मचाई। सरकार की नजर झारखंड के जल, जंगल, जमीन पर है। जमीन लूटने की साजिश की जा रही है। इसके लिए कानून में संशोधन किया जा रहा है। ऐसे कोशिशों का सख्त विरोध होगा।

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