Lok Sabha Election 2019: हेमंत गए दिल्ली, आज लगेगी सीटों पर मुहर

Lok Sabha Election 2019. विपक्षी दलों के महागठबंधन के बीच सीटों पर फैसला जल्द होने की उम्मीद है। 16 मार्च को इस बाबत कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 15 Mar 2019 01:13 AM (IST) Updated:Fri, 15 Mar 2019 08:26 AM (IST)
Lok Sabha Election 2019: हेमंत गए दिल्ली, आज लगेगी सीटों पर मुहर
Lok Sabha Election 2019: हेमंत गए दिल्ली, आज लगेगी सीटों पर मुहर

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में विपक्षी दलों के महागठबंधन के बीच सीटों पर फैसला जल्द होने की उम्मीद है। 16 मार्च को इस बाबत कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई है। गुरुवार को नई दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में सीट बंटवारे पर मंथन हुआ। इसके बाद आननफानन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को दिल्ली बुलाया गया है। वह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी समेत आला नेताओं से मुलाकात करेंगे।

दरअसल गुरुवार को बिहार पर माथापच्ची के बाद कांग्रेस आलाकमान ने झारखंड के लिए सीटें फाइनल करने की मुहिम तेज कर दी है। इस बाबत शुक्रवार को मैराथन बैठकों का दौर चलेगा। हेमंत सोरेन इस दौरान सीट शेयरिंग पर मुहर लगाएंगे। 16 मार्च को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नाम तय किए जाने की संभावना है।इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम भी मौजूद रहेंगे।

खत्म होगी पसोपेश की स्थिति
विपक्षी महागठबंधन की कवायद बीते दो माह से चल रही है, लेकिन सीटों पर लेकर अभी भी पसोपेश की स्थिति है। कांग्रेस की दावेदारी सात सीटों पर है जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा को चार, झाविमो को दो और राजद को एक सीट देने पर सहमति बनी है। ज्यादा संभावना है कि इसी फार्मूले पर अंतिम मुहर लगाई जाए। हालांकि झारखंड मुक्ति मोर्चा सिंहभूम सीट पर भी दावेदारी कर रहा। राष्ट्रीय जनता दल ने भी इस बात पर आपत्ति जताई है कि उसे गठबंधन में अहमियत नहीं दी जा रही है। राजद को चतरा सीट देने पर सहमति है, लेकिन पार्टी ने पलामू पर भी दावा किया है।

गोड्डा नहीं मिलेगा कांग्रेस को
सीटों पर चल रही खींचतान के बाद यह तय हो गया है कि गोड्डा सीट झारखंड विकास मोर्चा को मिलेगा। इस बाबत कांग्रेस की ओर से लगातार दबाव बनाया जा रहा है। पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और उनके पुत्र विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने अभी भी आस नहीं छोड़ी है। उन्होंने गुरुवार को भी नई दिल्ली में कई नेताओं से मुलाकात कर अपनी बातें मजबूती से रखी।

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