Lok Sabha Polls 2019 : झारखंड की सिंहभूम सीट पर भाजपा और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला

Lok Sabha polls 2019. कोल्हान की सिंहभूम सीट पर भाजपा और महागठबंधन प्रत्याशी के बीच सीधा मुकाबला होगा। इस सीट पर भाजपा काबिज है और लक्ष्मण गिलुवा सांसद हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 12 Mar 2019 03:11 PM (IST) Updated:Tue, 12 Mar 2019 03:11 PM (IST)
Lok Sabha Polls 2019 : झारखंड की सिंहभूम सीट पर भाजपा और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला
Lok Sabha Polls 2019 : झारखंड की सिंहभूम सीट पर भाजपा और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला

चक्रधरपुर, [दिनेश शर्मा]। चुनावी बिगुल बजने के साथ ही सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र में मुकाबले के लिए भाजपा अपने सांसद लक्ष्मण गिलुवा के साथ तैयार दिख रही है, लेकिन भाजपा छोड़ कर पुराने घर झामुमो में वापसी करनेवाले पूर्व विधायक सुखराम उरांव ने मैदान में उतरने का संकेत देकर अपने ही सहयोगी दल कांग्रेस को बेचैन कर दिया है।

दरअसल, चर्चा है कि यहां से गीता कोड़ा कांग्रेस की प्रत्याशी होंगी। आखिर झामुमो किन कारणों से दबाव की राजनीति कर रहा है, यह जानने के लिए अब हर कोई बेचैन दिख रहा है। झामुमो नेताओं की मानें तो पार्टी ने अबतक इस सीट के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। उधर, कांग्रेस का दावा है कि सीट का बंटवारा हो चुका है। सिहंभूम सीट से हर हाल में कांग्रेस ही लड़ेगी। खैर, दोनों बड़े दलों का मानना है कि इस सीट पर सीधा मुकाबला भाजपा और महागठबंधन (कांग्रेस) के बीच होगा।  

विस की छह सीटें महागठबंधन के खाते में

इस संसदीय क्षेत्र की सभी छह विधानसभा सीटें महागठबंधन के ही खाते में हैं। पांच सीटों पर झामुमो के विधायक हैं, जबकि एक पर बतौर निर्दलीय गीता कोड़ा का कब्जा है। गीता कोड़ा अब कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। वर्ष 2014 में विधानसभा चुनाव के चंद माह पूर्व हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे लक्ष्मण गिलुवा ने जय भारत समानता पार्टी की प्रत्याशी रहीं गीता कोड़ा को 87,524 मतों से हराया था। वर्ष 2014 में कांग्रेस व झामुमो का गठबंधन था।

पिछले चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे सिंकू

सिंहभूम क्षेत्र वर्ष 1996 में भाजपा के टिकट चुनाव जीत कर 13 माह सांसद रहे चित्रसेन सिंकू ने वर्ष 2014 में बागुन सुम्बरूई की मदद से कांग्रेस का टिकट हासिल किया था। चुनाव में चित्रसेन सिंकू तीसरे स्थान पर रहे थे। गत चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने व भाजपा विरोधी मतों के बिखराव का लाभ भाजपा को मिला था। सरायकेला विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को मिली बड़ी बढ़त मिली थी। भाजपा का ज्यादा प्रभाव शहरी क्षेत्रों में देख जाता रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों व जंगल से हुए नुकसान की भरपाई शहर और शहर के आसपास के गांवों से ही पार्टी करती रही है।  

मरांडी सरकार में मंत्री बने थे कोड़ा

पहली बार मधु कोड़ा ने जब वर्ष 2000 में जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता था, उस वक्त इस संसदीय क्षेत्र से लक्ष्मण गिलुवा ही भाजपा सांसद थे। झारखंड गठन और बाबूलाल मरांडी के मुख्यमंत्री बनने के बाद मधु कोड़ा लक्ष्मण गिलुवा के करीबी होने के कारण मंत्री बनाए गए थे। अब मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा व लक्ष्मण गिलुवा के बीच मुकाबला होगा।

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