LokSabha Election 2019: नहीं खेलेंगे तो खेलने भी नहीं देंगे... महागठबंधन का खेल बिगाड़ेगी शबाना

कांग्रेस ने गठबंधन के लिए झाविमो के दबाव पर गोड्डा लोकसभा सीट छोड़ दी है। यह सीट झाविमो के खाते में गई है। यहां से झाविमो ने प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाया है।

By mritunjayEdited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 04:46 PM (IST) Updated:Sat, 06 Apr 2019 04:46 PM (IST)
LokSabha Election 2019: नहीं खेलेंगे तो खेलने भी नहीं देंगे... महागठबंधन का खेल बिगाड़ेगी शबाना
LokSabha Election 2019: नहीं खेलेंगे तो खेलने भी नहीं देंगे... महागठबंधन का खेल बिगाड़ेगी शबाना

देवघर, राजीव। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी की बेटी शबाना खातून ने गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लडऩे का एलान किया है। उन्होंने कहा कि कांग्र्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने उनके पिता के साथ धोखा किया है। कांग्रेस की जगह झाविमो के लिए गोड्डा सीट छोड़ दी है। वे यह बर्दाश्त नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि वे अभी किसी राजनीतिक दल की सदस्य नहीं हैं। किसी न किसी राजनीतिक दल से ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी।

कांग्रेस ने गठबंधन के लिए झाविमो के दबाव पर गोड्डा लोकसभा सीट छोड़ दी है। यह सीट झाविमो के खाते में गई है। यहां से झाविमो ने प्रदीप यादव को प्रत्याशी बनाया है। गोड्डा सीट झाविमो के लिए छोड़े जाने से पूर्व सांसद फूरकान अंसारी और उनके बेटे कांग्रेस विधायक डॉ. इरफान अंसारी खासे नाराज बताए जाते हैं। इसी क्रम में अंसारी की बेटी शबाना ने चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। अगर वह चुनाव लड़ती है तो गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में झाविमो प्रत्याशी प्रदीप यादव का खेल बिगड़ सकता है। 

भाजपा प्रत्याशी निशिकांत दुबे के साथ झाविमो उम्मीदवार प्रदीप यादव के चुनावी अभियान ने रफ्तार पकड़ी तो अचानक शबाना खातून ने लोकसभा चुनाव लडऩे की घोषणा कर गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के लोगों को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि दो-तीन राजनीतिक दलों के साथ उनकी बातचीत हो रही है। एक से दो दिन में साफ हो जाएगा कि वे किस दल से चुनाव मैदान में उतरेंगी। वे अब अपने पिता फुरकान अंसारी की भी सुनने वाली नहीं हैं। पूरे दमखम से चुनाव लडऩे को तैयार हैं। तृणमूल कांग्र्रेस से बातचीत पर पूछा गया तो वे खामोश हो गईं।पिछले दो चुनावों में हार गए थे फुरकान अंसारीः फुरकान अंसारी लगातार दो चुनावों से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र से कांग्र्रेस टिकट पर चुनाव लड़े थे। दोनों बार भाजपा उम्मीदवार के नाते निशिकांत दुबे ने उन्हें हराया है।

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