भाजपा-कांग्रेस प्रत्‍याशियों के बेटे-बेटियों ने संभाली चुनाव की कमान, प्रचार को दे रहे धार

नैनीताल सीट पर चुनावी संग्राम रोमांचक दौर पर पहुंच चुका है। जहां पार्टी दिग्गजों के सामने जीत के अंतर को अधिक करने की चुनौती है वहीं नेता पुत्र-पुत्रियों की भी परीक्षा है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 02 Apr 2019 01:06 PM (IST) Updated:Tue, 02 Apr 2019 01:06 PM (IST)
भाजपा-कांग्रेस प्रत्‍याशियों के बेटे-बेटियों ने संभाली चुनाव की कमान, प्रचार को दे रहे धार
भाजपा-कांग्रेस प्रत्‍याशियों के बेटे-बेटियों ने संभाली चुनाव की कमान, प्रचार को दे रहे धार

हल्द्वानी, गणेश जोशी : नैनीताल लोकसभा सीट पर चुनावी संग्राम रोमांचक दौर पर पहुंच चुका है। जहां पार्टी दिग्गजों के सामने जीत के अंतर को अधिक करने की चुनौती है, वहीं नेता पुत्र-पुत्रियों की भी परीक्षा इस चुनाव में हो रही है। पार्टी के विजन, प्रत्याशी से मिले चुनावी मंत्र और नई सोच के जरिये प्रचार को धार दे रहे हैं। परिजनों का यह प्रचार का तरीका भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

मैदान में मजबूती से डटीं मेघा व सुनीति

भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट की दोनों बेटियां मेघा व सुनीति भट्ट सीधे राजनीति में नहीं हैं, लेकिन दोनों मजबूती से सियासी रण में अपने पिता के लिए जुटी हैं। मेघा बीटेक डिग्रीधारी हैं। शादी हो चुकी हैं। नासिक में रहती हैं। सुनीति अधिवक्ता हैं। दोनों बेटियां सभाओं के जरिये अपनी बात रख रही हैं तो घर-घर जाकर भी वोट की अपील कर रही हैं। मेघा कहती हैं, वह अपने पिता की कर्मठता, सादगी और ईमानदारी से प्रभावित हैं और लोगों को मोदी सरकार की उपलब्धियां बता रहे हैं। कानून की पढ़ाई कर रहे बेटा दिग्विजय भी जोर लगाए हुए हैं।

आनंद, अनुपमा बना रहे हैं माहौल

कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत के बेटे आनंद रावत व बेटी अनुपमा रावत राजनीतिक गतिविधियों से लेकर सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं। इस समय वह पिता के प्रचार के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चुनावी रण में उतरे हैं। पिता को एक बार फिर संसद पहुंचाने के लिए रोड शो, सभाओं व सोशल मीडिया के जरिये अपने पिता के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। सीएम रहते हुए पिता की उपलब्धियां गिना रहे हैं और मोदी सरकार के खिलाफ भी आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं।

बंशीधर के विकास ने लगाया जोर

पूर्व मंत्री व विधायक बंशीधर भगत के बेटे विकास भगत सक्रिय राजनीति में हैं। भगत खुद टिकट के दावेदार थे, लेकिन अब उनके बेटे शिद्दत से चुनाव प्रचार में जुटे हैं। सभाओं में जहां कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ आग उगल रहे हैं, वहीं मोदी के नाम पर भी वोट मांगते नजर आ रहे हैं।

प्रचार के हर मोर्चो पर दिखे रहे हैं सुमित

नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश के बेटे सुमित हृदयेश पहले ही राजनीति के अखाड़े में कूद चुके हैं। नगर निगम हल्द्वानी के मेयर चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन कर चुके सुमित हृदयेश अब लोकसभा चुनाव में अपने सियासी कौशल दिखाने में जुटे हैं। प्रचार के दौरान जहां वह कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत के साथ-साथ खड़े दिख रहे हैं, वहीं अपने समर्थकों के साथ जगह-जगह प्रचार सभाओं में भी नजर आ रहे हैं।

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