Jharkhand Election 2019: कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह पर टिकट बेचने का आरोप, कांग्रेस भवन में हंगामा

Jharkhand Assembly Election 2019 कांग्रेस दफ्तर में कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 16 Nov 2019 11:59 AM (IST) Updated:Sat, 16 Nov 2019 11:59 AM (IST)
Jharkhand Election 2019: कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह पर टिकट बेचने का आरोप, कांग्रेस भवन में हंगामा
Jharkhand Election 2019: कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह पर टिकट बेचने का आरोप, कांग्रेस भवन में हंगामा

रांची, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह को उनके ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामान करना पड़ा। नाराज कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने आरपीएन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए बाहरी लोगों को टिकट दिया गया है।

दरअसल, गुरुवार को आरपीएन सिंह जैसे ही कांग्रेस भवन पहुंचे। उसी दौरान नाराज कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। आरपीएन सिंह ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इस पर आरपीएन सिंह ने उनसे कहा कि वो कांग्रेस कार्यालय आए हैैं तो सभ्यता से रहें। इस पर नाराज कार्यकर्ता भड़क गए और जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने 20 सालों से पार्टी के लिए कार्य किया और उन्हें दरकिनार किया जा रहा है। इसके बाद आरपीएन सिंह सभा कक्ष में चले गए और दरवाजा बंद कर लिया। नाराज कार्यकर्ताओं का कहना था कि पार्टी ने हटिया और रांची सहित नौ सीटों पर बाहरी उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा है। बता दें कि झामुमो के साथ गठबंधन होने की वजह से रांची सीट झामुमो के खाते में गई है। नाराज कार्यकर्ताओं ने इसके लिए आरपीएन सिंह को जिम्मेदार ठहराया है। 

इस दौरान कांग्रेस महानगर के पूर्व महासचिव गुलाम जावेद ने आरोप लगाया कि आरपीएन सिंह, डॉ. रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम ने प्रत्याशी का टिकट बेच दिया है। रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम के पुत्र को कांग्रेस में पद भी दिया गया, लेकिन सालों से पार्टी के लिए काम करने वालों को कोई जगह नहीं दी गई है। आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी अब अल्पसंख्यक विरोधी हो गई है।

कांग्रेस भवन से निकलने के दौरान आरपीएन सिंह ने नाराज कार्यकर्ताओं की बात सुनी। लेकिन बात नहीं बनने पर कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ तब तक नारेबाजी की जब तक कि आरपीएन सिंह कार्यालय से चले नहीं गए। 

chat bot
आपका साथी