चुनावों के बीच BJP की बड़ी कार्रवाई, सरयू राय समेत 20 नेताओं को पार्टी से निकाला; अनुशासन तोड़ने वालों को बाहर का रास्ता

Jharkhand Assembly election 2019 प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने झारखंड भाजपा के कई बागी नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की है...इन्‍हें छह साल के लिए संगठन से निष्‍कासित कर दिया गया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 11:12 PM (IST) Updated:Tue, 10 Dec 2019 11:31 PM (IST)
चुनावों के बीच BJP की बड़ी कार्रवाई, सरयू राय समेत 20 नेताओं को पार्टी से निकाला; अनुशासन तोड़ने वालों को बाहर का रास्ता
चुनावों के बीच BJP की बड़ी कार्रवाई, सरयू राय समेत 20 नेताओं को पार्टी से निकाला; अनुशासन तोड़ने वालों को बाहर का रास्ता

रांची, जेएनएन। Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड में विधानसभा चुनावों के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने बागियोंं पर कड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे बागी सरयू राय को पार्टी से निकाल दिया गया है। सरयू राय समेत 20 नेताओं को छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित किया गया है। बताया जा रहा है कि चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों पर संगठन ने पहला चाबुक चलाया है। अनुशासन के लपेटे में पार्टी से बाहर का रास्‍ता दिखाए जाने वाले ऐसे नेताओं की संख्‍या अभी और बढ़ सकती है।

निकाले गए नेताओं पर बागी होने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने का आरोप

भारतीय जनता पार्टी ने बागी हो चुके वरिष्ठ नेता सरयू राय समेत 20 नेताओं को पार्टी से छह साल के निष्कासित कर दिया है। पार्टी से निकाले जाने वालों में सरयू राय के साथ भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत काले व पूर्व विधायक बड़कुंवर गगराई के अलावा महेश सिंह, दुष्यंत पटेल, अमित यादव, सुबोध श्रीवास्तव, असीम पाठक, रजनीकांत सिन्हा, सतीश सिंह, रामकृष्ण दुबे, डीडी त्रिपाठी, रामनारायण शर्मा, रतन महतो, हरे राम सिंह, मुकुल मिश्र, सर्वेश सिंह, संजय सिन्हा, मिथिलेश पाठक और त्रिभुवन प्रसाद भी शामिल हैं।

अध्यक्ष के आदेश पर प्रदेश महामंत्री ने जारी किया निष्कासन का आदेश

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के निर्देश भाजपा के प्रदेश महामंत्री दीपक प्रकाश ने सोमवार को इन नेताओं पर कार्रवाई से संबंधित आदेश जारी किया। पार्टी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी द्वारा चुनाव के प्रत्याशियों की घोषणा किए जाने से लेकर नामांकन और मतदान के दिन तक पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए गए। मतदान संपन्न होते ही प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर प्रथम सूची में लगभग एक दर्जन लोगों पर निष्कासन की कार्रवाई हुई है।

कार्रवाई की जद में आने वाले नेताओं की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री रघुवर दास की कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय ने टिकट नहीं मिलने पर बगावत का बिगुल फूंक दिया है। वह जमशेदपुर पूर्वी सीट से सीएम रघुवर दास के ही खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इसी दौरान कई अन्य असंतुष्ट नेताओं ने भी अपने तेवर बदल दिये थे। पिछले एक महीने से इनपर कार्रवाई की चर्चा और आशंका थी। 

मैं शुरू से यह मानकर चल रहा था कि पार्टी ऐसी कार्रवाई करेगी। यह तो भाजपा के संविधान में भी है कि जो पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ेगा, उसे छह साल के लिए निष्कासित कर दिया जाएगा। सरयू राय

मैं स्वयं हतप्रभ हूं कि इस प्रकार की कार्रवाई की वजह क्या है? मुझे इसकी अधिकृत सूचना भी नहीं है। अभी रात में मुझे मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिली है कि पार्टी ने छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। मैं कभी पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त नहीं रहा। मैंने संगठन की सेवा तन, मन, धन से की है। जब उचित फोरम पर मुझसे मेरा पक्ष पूछा जाएगा तो मैं शीर्ष नेतृत्व को अपनी बातों से अवगत कराऊंगा। अमरप्रीत सिंह काले, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी, झारखंड प्रदेश

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