Delhi Election Results : 10 सीटों पर भाजपा और आप के बीच कांटे का मुकाबला

अब तक सामने आए रुझानों पर गौर करें तो 10 सीटें ऐसी हैं जिन पर भाजपा और आप के बीच कांटे का मुकाबला है।

By Tilak RajEdited By: Publish:Tue, 11 Feb 2020 10:56 AM (IST) Updated:Tue, 11 Feb 2020 11:01 AM (IST)
Delhi Election Results : 10 सीटों पर भाजपा और आप के बीच कांटे का मुकाबला
Delhi Election Results : 10 सीटों पर भाजपा और आप के बीच कांटे का मुकाबला

 नई दिल्‍ली, विनीत त्रिपाठी। दिल्‍ली विधानसभा चुनाव के रुझान लगातार बदल रहे हैं। हालांकि, आम आदमी पार्टी को बहुमत मिलता नजर आ रहा है। लेकिन अब तक सामने आए रुझानों पर गौर करें तो 10 सीटें ऐसी हैं, जिन पर भाजपा और आप के बीच कांटे का मुकाबला है। इनमें से चार सीट पर जहां भाजपा ने बढ़त बनाई है तो छह सीट पर आप प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।

निश्चित तौर पर ये 10 सीट दोनों पार्टियों के जीत-हार का अंतर कम-ज्यादा करेंगी। दिल्ली विधानसभा की दस सीटें लगातार चर्चा बनी हैं। विश्वास नगर, सीलमपुर, शकूरबस्ती, हरिनगर, तुगलकाबाद, लक्ष्मीनगर, नजफगढ़, मॉडल टाउन, छतरपुर और पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र में चुनावी परिणाम के रुझान लगातार बदल रहे हैं। हालांकि, इन विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के बीच जीत-हार का अंतर लगातार बदल रहा है और नजदीकी मुकाबला देखने को मिल रहा है।

पटपड़गंज विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से लेकर मॉडल टाउन के प्रत्याशी कपिल मिश्रा की सीट पर नजदीकी का मुकाबला चल रहा है। पटपड़गंज पर जहां मनीष सिसोदिया 100 से अधिक वोट से आगे चल रहे हैं। वहीं, मॉडल टाउन से भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा आप प्रत्याशी अखिलेश त्रिपाठी से आगे चल रहे हैं। विश्वासनगर विस क्षेत्र में भाजपा 35, तुगलकाबाद में 76 मतों से, लक्ष्मीनगर से 78 मतों से भाजपा आगे चल रहे हैं। हालांकि, मतों के ये अंतर लगातार बदल रहे हैं।

दिल्ली चुनाव के नतीजों पर देशभर की निगाहें टिकी हुई हैं। आप और भाजपा अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि, एग्जिट पोल के मुताबिक दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनती हुई दिख रही है। रुझानों में आप बहुमत के आंकड़ों से कहीं आगे निकल गई है। आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली के लोगों ने हमारे मॉडल को स्वीकार किया है। भाजपा उम्मीदवार की तुलना में मुझे दोगुना वोट मिल रहे हैं। साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीती थी। वहीं, भाजपा को महज तीन सीटों से संतोष करना पड़ा था। उधर, कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था।

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