शहर में पहले जलपान, मगर गांवों में पहले मतदान
शेखपुरा। बुधवार को जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों शेखपुरा (169) तथा (170) में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक पूरे 11 घंटे चला। यह पहला अवसर है जब 11 घंटे तक मतदान चला। शाम में मतदान के अंतिम घंटे के लिए मतदान केंद्रों पर रोशनी की विशेष व्यवस्था की गई थी। जहां बिजली की समस्या थी वहां इमरजेंसी लाइट की रोशनी में मतदान कराया गया। शहरी क्षेत्र की अपेक्षा गांवों के मतदान केंद्रों पर वोटरों की भीड़ अधिक दिखी।
शेखपुरा। बुधवार को जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों शेखपुरा (169) तथा (170) में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। मतदान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक पूरे 11 घंटे चला। यह पहला अवसर है जब 11 घंटे तक मतदान चला। शाम में मतदान के अंतिम घंटे के लिए मतदान केंद्रों पर रोशनी की विशेष व्यवस्था की गई थी। जहां बिजली की समस्या थी वहां इमरजेंसी लाइट की रोशनी में मतदान कराया गया। शहरी क्षेत्र की अपेक्षा गांवों के मतदान केंद्रों पर वोटरों की भीड़ अधिक दिखी।
शहर की घनी आबादी वाले बूथों पर कहीं भी मतदाताओं की लंबी कतार के दर्शन नहीं हुए। वहीं, इसके उलट ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ जुटने लगी थी। शहर के मतदाता पहले जलपान फिर मतदान, जबकि गांवों में मतदाताओं ने पहले मतदान फिर जलपान की नीति का अनुशरण किया। शेखपुरा के सुदूर कसार थाने के ग्रामीण क्षेत्र ससबहना, सुमका, मणिपुर, महुएत, कसार, एफनी, फुलचोढ़, चांदी, लटकना, हुसैनाबाद व करकी में सुबह से ही मतदाताओं ने बूथों पर पहुंचना शुरू कर दिया था। कई बूथों पर तो मतदान के तय समय सुबह सात बजे से ही वोटरों ने आना शुरू कर दिया था। ग्रामीण क्षेत्र के वोटरों ने बताया अभी धान की कटनी शुरू है। लोग पहले अपना वोट देकर ही काम-धंधे में लगेंगे। शहरी क्षेत्र के बूथों पर दोपहर से मतदाताओं की भीड़ बढ़नी शुरू हुई जो निर्धारित समय तक लगी रही।