Bihar, Danapur Election 2020: तेज प्रताप की साली के चुनाव लड़ने के कयासों पर विराम, दानापुर से रीतलाल बने RJD प्रत्‍याशी

Bihar Assembly Election 2020 लालू प्रसाद यादव के लाल तेज प्रताप यादव की साली डॉ. करिश्‍मा राय के आरजेडी के टिकट पर दानापुर से चुनाव लड़ने के कयासों पर विराम लग गया है। पार्टी ने वहां से रीतलाल राय को प्रत्‍याशी बनाया है।

By Amit AlokEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 01:10 PM (IST) Updated:Wed, 14 Oct 2020 07:28 AM (IST)
Bihar, Danapur Election 2020: तेज प्रताप की साली के चुनाव लड़ने के कयासों पर विराम, दानापुर से रीतलाल बने RJD प्रत्‍याशी
दानापुर से आरजेडी प्रत्‍याशी रीतलाल यादव एवं तेज प्रताप यादव की साली करिश्‍मा राय। फाइल तस्‍वीरें।

पटना, स्‍टेट ब्‍यूरो। Bihar Assembly Election 2020: पटना का दानापुर विधानसभा क्षेत्र। यहां से कभी राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) खुद विधायक बना करते थे। अबकी आरजेडी ने नाटकीय घटनाक्रम में जेल से करीब डेढ़ महीने पहले जमानत पर निकले रीतलाल राय (Ritlal Rai) को सिंबल थमा दिया है। वह भी तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की साली करिश्मा राय (karishma Rai) को दरकिनार करके। ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) की बहन एवं पूर्व मुख्यमंत्री दारोगा प्रसाद राय (Daroga Prasad Rai) की पोती करिश्मा राय को उम्मीदवार बनाने के नाम पर ही तीन महीने पहले आरजेडी की सदस्यता दिलाई गई थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से स्वीकृति मिलने के बाद महीने भर पहले से उन्होंने दानापुर में प्रचार कार्य भी शुरू कर दिया था। किंतु टिकट के खेल में करिश्मा पीछे रह गई और रीतलाल की दावेदारी भारी पड़ गई।

दानापुर से थे तीन दावेदार, रीतलाल पड़े भारी

दानापुर से आरजेडी के सिंबल के तीन प्रमुख दावेदार थे। रीतलाल और करिश्मा के अलावा पूर्व डीजी अशोक गुप्ता भी दौड़ में थे। लोकसभा चुनाव में वह निर्दलीय ही लड़ गए थे। अबकी आरजेडी से उम्मीदें लगाए थे। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव से मुलाकात भी कर चुके थे। किंतु बाजी रीतलाल के हाथ लगी। पहले लालू परिवार के ही कुछ सदस्यों की ओर से रीतलाल का विरोध किया जा रहा था, जिसके चलते उनकी पत्नी को आगे किया गया। मंगलवार देर रात तक रस्साकशी चलती रही। सुबह होते-होते पासा पलट गया और रीतलाल राय खुद अपने नाम से सिंबल जारी कराने में सफल हो गए।

दो बार खुद जीत चुके हैं लालू प्रसाद यादव

राजधानी से सटे होने के चलते दानापुर को वीआइपी सीट माना जाता है। यहां से आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव खुद दो बार विधायक रह चुके हैं। लालू पहली बार 1995 में यहां से विधायक चुने गए थे। उसके बाद उन्होंने 2000 का चुनाव भी जीता। पिछले चार बार से यह सीट भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में है और विधायक आशा सिन्हा हैं। इस बार किसी के लिए मुकाबला आसान नहीं है।

अब करिश्मा राय की दावेदारी खत्म

अपने चाचा एवं पूर्व मंत्री चंद्रिका राय के परिवार का विरोध करके आरजेडी का दामन थामने वाली करिश्मा राय के पास पार्टी का विकल्प अब खत्म हो गया है। आरजेडी ने पहले एवं दूसरे चरण की अपने हिस्से की सभी सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं। करिश्मा की दावेदारी परसा और दानापुर सीटों पर थी। परसा से लालू ने छोटे लाल राय को प्रत्याशी बना दिया है। अब दानापुर से रीतलाल पर दांव लगाने के बाद करिश्मा के लिए गुंजाइश खत्म हो गई है। करिश्मा पिछले महीने भर से दानापुर में अपना प्रचार कार्य चला रही थीं।

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