पर्चा लीक माफिया का आतंक

राज्य में एक के बाद एक प्रतिष्ठित परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाएं चिंताजनक हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 09 May 2017 03:10 AM (IST) Updated:Tue, 09 May 2017 03:12 AM (IST)
पर्चा लीक माफिया का आतंक
पर्चा लीक माफिया का आतंक

राज्य में एक के बाद एक प्रतिष्ठित परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाएं चिंताजनक हैं। कुछ महीने पहले बिहार कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा के पेपर लीक होने से सनसनी फैल गई थी। वह परीक्षा रद करनी पड़ी। पुलिस ने पेपर लीक करने की साजिश रचने में आयोग के अध्यक्ष और सचिव सहित कई दर्जन व्यक्तियों को जेल भेजा। सख्त कार्रवाई से यह उम्मीद बंधी थी कि अब इस प्रवृत्ति पर रोक लगेगी लेकिन इसके कुछ दिन बाद एसएससी परीक्षा का पेपर लीक हो गया। वह परीक्षा भी रद हुई। ताजा प्रकरण अति व्यापक एवं प्रतिष्ठित नीट परीक्षा का है जिसके बारे में अभी स्पष्ट नहीं है कि पेपर लीक हुआ या बच गया। इस बार जो पांच व्यक्ति पकड़े गए हैं, उनसे प्राप्त जानकारी जालसाजों के दुस्साहस का प्रमाण है। ये लोग उपकरण व यंत्र लेकर उसी वैन में सवार थे जिससे पेपर बैंक के स्ट्रॉंगरूम से परीक्षा केंद्र तक ले जाना था। योजना थी कि रास्ते में ही वह बॉक्स खोलकर पेपर लीक कर दिया जाएगा जिसमें पेपर बंद थे। बहरहाल, पेपर से पहले यह योजना किसी तरह लीक हो गई और पांच जालसाज दबोच लिए गए। गैंग का सरगना अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। इस प्रकरण की जांच के लिए पटना पुलिस ने एसआइटी गठित की है। उम्मीद है कि जल्द ही न सिर्फ जालसाजों का सरगना दबोच लिया जाएगा बल्कि यह भी स्पष्ट होगा कि नीट पेपर लीक हुआ या नहीं। इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि राज्य में पेपर लीक कराने में सिद्धहस्त कोई बड़ा गैंग सक्रिय है जो टेक्नोलॉजी के बल पर परीक्षा प्रश्नपत्रों की सुरक्षा में सेंध लगा रहा है। गिरफ्तार जालसाजों के पास जो उपकरण व यंत्र बरामद किए गए हैं, उनसे स्पष्ट है कि गैंग पेशेवर तरीके से काम करता है। इस गैंग का पूरी तरह पर्दाफाश राज्य पुलिस के लिए चुनौती है, अन्यथा भविष्य में भी परीक्षाओं की पवित्रता और पेपर लीक की घटनाएं रोकना संभव नहीं होगा। पटना पुलिस की यह जिम्मेदारी है कि बीएसएससी पेपर लीक कांड की न्यायालय में पैरवी में किसी तरह की लापरवाही न हो ताकि इस प्रकरण की कार्रवाई नजीर बन सके। पेपर लीक से न सिर्फ परीक्षाओं की पवित्रता पर 'ग्रहणÓ लगता है बल्कि मेधा की कुंठा के रूप में इसके दूरगामी परिणाम भी सामने आएंगे। ऐसी घटनाएं बिहार की छवि बदलने की कवायद पर प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं लिहाजा इस विषय को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाना चाहिए।
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हाईलाइटर ::
एक के बाद एक ऐसी घटनाएं हो रही हैं जिनसे राज्य की शिक्षा व परीक्षा प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। बीएसएससी पेपर लीक कांड में सख्त कार्रवाई के बावजूद कई अन्य परीक्षाओं के पेपर लीक की घटनाएं चिंता का विषय हैं। इन पर अविलंब रोक लगना जरूरी है।

[ स्थानीय संपादकीय : बिहार ]

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