सांसद के चरित्र पर दाग

माकपा के निष्कासित राज्यसभा सांसद ऋतब्रत बनर्जी पर एक युवती ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Fri, 13 Oct 2017 04:06 AM (IST) Updated:Fri, 13 Oct 2017 04:06 AM (IST)
सांसद के चरित्र पर दाग
सांसद के चरित्र पर दाग

माकपा के निष्कासित राज्यसभा सांसद ऋतब्रत बनर्जी पर जब एक युवती ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया तो पहले इस पर संदेह हुआ, लेकिन जब उसने औपचारिक रूप से थाने में दुष्कर्म की प्राथमिकी दर्ज कराई और सांसद के साथ युवती के कुछ अंतरंग फोटो वायरल हुआ तो लोगों का संदेह यकीन में बदलने लगा है। हालांकि, सांसद ने भी युवती के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए रुपये ऐंठने व साजिश का आरोप लगाया है। युवती की शिकायत पर सीआइडी ने ऋतब्रत को 13 अक्टूबर को पूछताछ के लिए हाजिर होने को समन जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने भी उसकी शिकायत पर ऋतब्रत को तलब किया है। युवती ने न्याय की गुहार के लिए राज्यसभा के अध्यक्ष व उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के पास भी जाने की बात कही है। न्याय पाने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। उसका कहना है कि 2015 में वह ऋतब्रत के दिल्ली स्थित आवास में कई बार गई जहां सांसद ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। शादी का झांसा देकर ऋतब्रत उसका यौन शोषण करते रहे। उक्त युवती का आरोप है कि ऋतब्रत ने उससे शादी करने का वादा किया था, लेकिन वह बाद में मुकर गए। आरोप है कि सांसद ने युवती को ढाई लाख रुपये भी दिए ताकि वहमुंह बंद रखे। इस आरोप में कहां तक सच्चाई है यह तो पुलिस जांच में ही पता चलेगा, लेकिन इस तरह के आरोपों से ऋतब्रत काचरित्र दागदार हुआ है। युवती दक्षिण दिनाजपुर के बालुरघाट की रहने वाली सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। वहीं ऋतब्रत कोलकाता के गरफा के रहने वाले हैं। आखिर उस लड़की से सांसद का संपर्क कैसे हुआ? ऋतब्रत व उस युवती की ऐसी-ऐसी तस्वीरें मीडिया में आ रही हैं जिसे देखने के बाद कोई भी इस पूरे प्रकरण पर विश्वास कर सकता है। हालांकि, सांसद ने इसे सियासी साजिश करार दिया है लेकिन खुलकर वह यह नहीं बता रहे हैं कि आखिर उस युवती को वह कैसे जानते हैं? एक कहावत है 'रुपये खो जाए तो कुछ नहीं जाता है, स्वास्थ्य खराब हो जाए तो थोड़ी हानि है और यदि चरित्र पर धब्बा लग जाए तो सब कुछ चला जाता है।Ó गनीमत तो यह है कि शुरुआत में ऋतब्रत पर कम्युनिस्ट विरोधी आचरण का आरोप लगते ही माकपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर अपना दामन दागदार होने से बचा लिया, लेकिन यह सवाल तो जरूर उठेगा कि माकपा में इतने दिनों तक रहने के बावजूद ऋतब्रत ने वरिष्ठ कामरेडों से क्यों नहीं नैतिक शिक्षा ली?
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हाईलाइटर::(इस आरोप में कहां तक सच्चाई है यह तो पुलिस जांच में पता चलेगा लेकिन इस तरह के आरोपों से ऋतब्रत का चरित्र दागदार हुआ है।)

[ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]

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