बिजली ने बढ़ाई दिक्कतें

ग्रिड स्टेशनों पर अत्याधिक लोड न पड़े इसके लिए बिजली चोरी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 17 Apr 2017 02:28 AM (IST) Updated:Mon, 17 Apr 2017 02:28 AM (IST)
बिजली ने बढ़ाई दिक्कतें
बिजली ने बढ़ाई दिक्कतें

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आपूर्ति प्रभावित होने से पेयजल सप्लाई भी नहीं हो पाई, ग्रिड स्टेशनों पर अत्याधिक लोड न पड़े इसके लिए बिजली चोरी रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे
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ग्लैडनी-सिद्धड़ा ग्रिड स्टेशन में आई तकनीकी खराबी के कारण जम्मू शहर के अधिकतर इलाकों में पिछले दो दिनों से बिजली की सप्लाई के बहाल न हो पाने से गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया। विडंबना यह है कि ग्रिड स्टेशन में आई तकनीकी खराबी को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इसे ठीक न किए जाने से इसका असर आम जिंदगी पर पडऩा स्वाभाविक है। रविवार छुट्टी वाले दिन इस सीजन का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति पूरे दिन बहाल नहीं हो पाई। लोगों ने दोपहर का समय पेड़ों की छांव में गुजारा। शहर में बिजली की कटौती करीब आठ से दस घंटे रही, जिसका असर पेयजल सप्लाई पर भी पड़ा। कई इलाकों में पेयजल सप्लाई पिछले दो दिनों से बहाल नहीं हो पाई है। पेयजल प्रभावित क्षेत्रों में बेशक टैंकरों के जरिए पानी सप्लाई की गई। लेकिन अभी भी अधिकतर इलाके में पेयजल सप्लाई न होने से लोग परेशान हैं। औद्योगिक क्षेत्र बड़ी ब्राह्मणा इलाके में भी बिजली की सप्लाई न होने से उत्पादन पर इसका असर पड़ा है। गर्मी के मौसम में अगर बिजली की आपूर्ति इस तरह प्रभावित रहेगी तो नि:संदेह इससे लोगों में रोष पनपेगा। सरकार को चाहिए कि ग्रिड स्टेशनों पर अत्याधिक लोड न पड़े, जिससे तकनीकी खराबी उत्पन्न हो। बेहतर होगा कि बिजली विभाग गर्मियों के मौसम में बढ़ रही बिजली चोरी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए। अगर बिजली चोरी नहीं रुकी तो ट्रांसफार्मरों के जलने का डर बना रहेगा। विभाग को यह भी देखना होगा कि बिजली चोरी का असर उन उपभोक्ताओं पर न पड़े जो बिजली का किराया दे रहे हैं। इसके लिए विभाग को युक्तिसंगत नीति बनानी होगी। इससे राजस्व में वृद्धि होगी। सरकार बेशक यह दावा कर रही है शहरों में बिजली की आपूर्ति चौबीसो घंटों बनी रहे, लेकिन यह तभी संभव होगा जब सरकार भी इसकी चोरी पर लगाम लगाने की कोशिश करे। जिन इलाकों में बिजली के मीटर नहीं लगाए गए हैं वहां पर अविलंब मीटर लगाए जाएं। लोगों का भी दायित्व बनता है कि वे बिजली का इस्तेमाल मितव्ययता से करें। सरकारी महकमे जिन पर करोड़ों रुपये की बिजली की देनदारी है, उनसे भी किराया वसूला जाए। इससे साल दर साल बिजली के घाटे की भरपाई संभव हो सकेगी।

[ स्थानीय संपादकीय : जम्मू-कश्मीर ]

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