यहां इतिहास भी है रोमांच भी है

मौसम खुशगवार होने लगा है। इस वीकेंड घूमने का कोई ठिकाना ढूंढ रहे हैं तो नीमराना बेस्ट ऑप्शन है। दिल्ली-एनसीआर से सटी राजस्थान की इस खूबसूरत और ऐतिहासिक जगह को देखना तो बनता है।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sat, 20 Aug 2016 12:10 PM (IST) Updated:Sat, 20 Aug 2016 12:17 PM (IST)
यहां इतिहास भी है रोमांच भी है

बारिश की फुहारों के बीच क्यों न नीमराना में वीकेंड मस्ती की जाए! राजस्थान के अलवर जिले में स्थित नीमराना पहुंचने के लिए दिल्ली से दो-तीन घंटे ही लगते हैं।
क्यों देखें
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थित छोटी-छोटी पहाडिय़ों से घिरा नीमराना बहरोर तहसील में स्थित है। बहरोर और शाहजहांपुर के बीच दिल्ली से महज़ 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है नीमराना। बताया जाता है कि यहां 16वीं सदी में पृथ्वीराज चौहान के वंशजों का राज था। यह न सिर्फ ऐतिहासिक महत्व की जगह है, बल्कि आज यह इंस्ट्रियल हब भी बन चुका है।
नीमराना फोर्ट
यहां स्थित नीमराना फोर्ट भारत के चंद सबसे पुराने ऐतिहासिक रिज़ॉट्र्स में शुमार है। इतिहास और संस्कृति को जानने-समझने में रुचि है तो कई एकड़ों में फैले इस किले को देखना ज़रूर भाएगा। लेकिन यहां घुसने से पहले अपनी सेहत और जेब को जांच लें। 15वीं सदी में बना यह हेरिटेज होटल वीकेंड ब्रेक के लिए सबसे पॉपुलर रिज़ॉर्ट्स में से एक है। रोमांच प्रेमी हैं तो जि़प लाइन और हॉट एयर बलून राइड से दुर्लभ नज़ारों का दीदार भी कर सकते हैं। 12 लेयर्स में बने लगभग सात महलों, स्विमिंग पूल्स और 55 बेडरूम वाला यह फाइव स्टार होटल-रिज़ॉर्ट ऐतिहासिक धरोहरों से जुडऩे का एहसास देगा।
बावड़ी
राजस्थान जाएं और बावडिय़ां न देखें तो समझें कुछ तो मिस किया। नीमराना में एक ऐसी ही बावड़ी है। नीचे गहरे तक पहुंचना चाहते हों तो लगभग नौमंजि़ला सीढिय़ां उतरनी होंगी।
इंडस्ट्रियल हब
नीमराना को जापानी ज़ोन के नाम से भी जाना जाता है। पिछले कुछ वर्षों से राजस्थान इंडस्ट्रियल कोऑपरेशन ने यहां कई इंडस्ट्रीज़ को बढ़ावा दिया है। इसके अलावा यहां कई यूनिवर्सिटीज़ भी हैं।
खाना-खिलाना
राजस्थान के इस हिस्से में जा रहे हों तो मावा कचौरी का स्वाद ज़रूर चखें। इसके अलावा रोड साइड ढाबों का ज़ायका भी लें। सेव टमाटर की मसालेदार सब्ज़ी और गर्मागर्म चूल्हे की रोटियों का स्वाद आपकी टेस्ट बड्स को ज़रूर भाएगा।
कैसे जाएं
दिल्ली के सराय काले खां बस अड्डे से हर आधे घंटे में जयपुर के लिए चलने वाली बसें आपको नीमराना पहुंचा देंगी। चाहें तो मेट्रो से गुडग़ांव (हरियाणा) जाएं और वहां से बस लें। अपने व्हीकल से जाना चाहते हों तो दिल्ली से लगभग दो-सवा दो घंटे, गाजियाबाद से तीन और गुडग़ांव से एक-डेढ़ घंटे में आप वहां पहुंच सकते हैं।
इंदिरा राठौर

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