इतनी हैं राहें अब

बढ़ते कंपिटीशन के दौर में स्टूडेंट्स को समझ नहीं आता है कि पेरेंट्स की बात सुनें, टीचर्स की, रिश्तेदारों की, दोस्तों की या करियर काउंसलर की।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Wed, 04 May 2016 10:38 AM (IST) Updated:Wed, 04 May 2016 10:43 AM (IST)
इतनी हैं राहें अब

बढ़ते कंपिटीशन के दौर में ज्यादातर स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर खासे चिंतित रहते हैं। खासकर वे जिनका गोल सेट नहीं होता है। उन पर हर तरफ से इतना ज्यादा प्रेशर होता है कि कई बार वे कन्फ्यूज होने लगते हैं। उन्हें समझ नहीं आता है कि पेरेंट्स की बात सुनें, टीचर्स की, रिश्तेदारों की, दोस्तों की या करियर काउंसलर की।

अब स्टूडेंट्स के पास इंजीनियरिंग, मेडिकल और टीचिंग के अलावा और भी कई करियर ऑप्शंस अवेलेबल हैं। फैशन डिजाइनिंग, लॉ, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, आर्किटेक्चर, जर्नलिज्म, फोटोग्राफी आदि कुछ उभरते हुए क्षेत्र हैं जिनकी तरफ स्टूडेंट्स का रुझान बढ़ रहा है। इतने सारे करियर ऑप्शंस होने से उनका परेशान होना भी स्वाभाविक है। जानते हैं कि कैसे करें स्टूडेंट्स अपने ब्राइट करियर का राइट फैसला।

इंट्रेस्ट एंड टैलेंट

करियर का इतना महत्वपूर्ण फैसला लेते समय अपनी रुचि का खयाल जरूर रखें। ऐसा न हो कि आप किसी के प्रेशर में आकर $गलत डिसीजन ले लें और बाद में परेशान होते रहें। बेहतर है कि उसी करियर पाथ पर आगे बढ़ें जिसमें आपको जेनुइन इंट्रेस्ट हो। अगर आपका सिंगिंग, डांसिंग या ऐसी ही किसी क्रिएटिव फील्ड में इंट्रेस्ट हो तो उसमें आगे बढऩे की कोशिश करें। अगर उसमें फुल टाइम करियर नहीं बनाना चाहते हों तो उसकी ट्रेनिंग लेने के साथ ही कोई डिग्री या डिप्लोमा भी कर लें। इससे आपका फ्यूचर तो सेट होगा ही, हॉबीज या टैलेंट से भी समझौता नहीं करना पड़ेगा।

विल पावर, स्ट्रेंथ, वीकनेस

अपनी क्षमताएं और कमजोरियां खुद से बेहतर कोई नहीं जानता। इसलिए किसी भी कोर्स के लिए अप्लाई करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जान लें। अगर आपको लगता हो कि आप उस लेवल की मेहनत कर पाएंगे, तभी उसे फाइनल करें। कॉलेज भी अपने कोर्स के हिसाब से सिलेक्ट करें। कुछ नामी कोर्स या कॉलेज स्टूडेंट्स के साथ ही पेरेंट्स को भी बहुत अट्रैक्ट करते हैं, पर इसका यह मतलब नहीं है कि वे हर किसी के लिए सही ही हों। ज्यादातर कॉलेजों में क्लासेज जुलाई के बाद ही स्टार्ट होती हैं। मई-जून की छुट्टियों में आप कोर्स को समझना शुरू कर सकते हैं, इससे बाद में प्रॉब्लम नहीं आएगी।

करियर काउंसलिंग

सि$र्फ पेरेंट्स, टीचर्स, रिलेटिव्स और फ्रेंड्स से ही डिस्कस करने के बजाय प्रोफेशनल हेल्प लेना सही रहता है। किसी अच्छे करियर काउंसलर से डिस्कशन करने पर आपको बेहतर सुझाव मिल सकेगा। आजकल तो ऑनलाइन काउंसलिंग का बेहतर विकल्प भी मौजूद है। उसके अलावा कई स्कूल्स व कॉलेजों के भी अपने काउंसलर्स होते हैं। करियर सेमिनार्स का हिस्सा बनने की कोशिश जरूर करें। वहां अलग-अलग फील्ड के एक्सपट्र्स से बात कर जरूर सही राह नजर आएगी। अपनी रुचि के क्षेत्र के स्कोप के बारे में भी राय लें।

करियर डिसाइड करने से पहले घर के बड़ों की राय लें। उस फील्ड में कोई जान-पहचान का हो तो उससे भी संपर्क करें। इससे आपको सही गाइडेंस मिल सकेगा।

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