कोरोना काल में गिरा खान मार्केट के विशेष बुक स्टोर- कॉफी शॉप का शटर

कोरोना काल में गिरा खान मार्केट के विशेष बुक स्टोर-कॉफी शॉप का शटर कोरोना काल में गिरा खान मार्केट के विशेष बुक स्टोर-कॉफी शॉप का शटर।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Jun 2020 09:18 PM (IST) Updated:Mon, 08 Jun 2020 09:18 PM (IST)
कोरोना काल में गिरा खान मार्केट के विशेष बुक स्टोर- कॉफी शॉप का शटर
कोरोना काल में गिरा खान मार्केट के विशेष बुक स्टोर- कॉफी शॉप का शटर

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

वैश्विक महामारी कोरोना और दो माह से अधिक चले लॉकडाउन में घाटे के चलते कारोबारी प्रतिष्ठानों के बंद होने का सिलसिला जारी है। अब इस कड़ी में खान मार्केट का प्रतिष्ठित कॉफी शॉप-बुक स्टोर भी जुड़ गया है। किताबों की दुकान फुल सर्कल व इसके साथ जुड़ा कैफे टर्रटल बंद हो गया है। इससे जुड़े लोगों के मुताबिक लॉकडाउन में बंदी के कारण पहले से ही दिक्कतें थीं। उसमें भी किराये का अधिक होना, कर्मचारियों का वेतन तथा कैफे को अनलॉक -1 में शारीरिक दूरी के नियमों के साथ खोलना था। ऐसे में यह घाटे का सौदा हो गया था।

खान मार्केट के प्रथम व द्वितीय तल पर स्थित तकरीबन 20 साल पुराना यह कैफे कम किताब की दुकान साहित्यकारों, छात्रों और पत्रकारों के बीच लोकप्रिय था। हालांकि, थोड़ा यह महंगा था। यहां कॉफी की शुरुआत 145 रुपये से होती थी। इसके अलावा केक, आइसक्रीम, सूप, पिज्जा समेत अन्य खाने-पीने की चीजें मिलती थी।

फुल सर्कल व कैफे टर्रटल की मालिक प्रियंका मल्होत्रा ने कहा कि इसे चालू रखने को लेकर उन्होंने खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन और नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया से कई दौर की बातचीत की, लेकिन हल नहीं निकल पाया। वहीं, खान मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजीव मेहरा ने कहा कि किराये को लेकर बातचीत किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। इस समय दुकानदारों और संपत्ति के मालिकों के बीच यह दिक्कतें आ रही हैं। कॉफी शॉप कम बुक स्टोर के साथ यह दुकान खान मार्केट में वर्ष 1998 में खुली थी। पहले यह दुकान नंबर 5 में था फिर दुकान नंबर 23 में आ गया। इसने पाठकों को मौका दिया कि वह कॉफी कि चुस्कियों के साथ किताबों के पन्नों को पलट सकें। इस कारण इसे पढ़ने में रूचि रखने वालों के बीच लोकप्रियता मिली। प्रियंका मल्होत्रा कहती हैं कि यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन किराया अधिक होने तथा कैफे में शारीरिक दूरी का पालन कराने में कठिनाई समझ आ रही थी। वैसे, इसकी दो और शाखाएं ग्रेटर कैलाश-1 तथा निजामुद्दीन बस्ती में मौजूद हैं, जो खुली रहेंगी।

chat bot
आपका साथी