एनएमसी बिल के खिलाफ आज सड़क पर उतरेंगे रेजिडेंट डॉक्टर
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) बिल के खिलाफ मेडिकल कॉलेजों व अस्पताला
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) बिल के खिलाफ मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों में भारी आक्रोश है। इसका असर मंगलवार को राजधानी की सड़क पर दिखेगा। एम्स, सफदरजंग, लेडी हार्डिग सहित दिल्ली के सभी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर व मेडिकल छात्र सड़क पर उतरेंगे और एनएमसी बिल के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टरों के सबसे बड़े संगठन फोर्डा (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) का दावा है कि इस विरोध प्रदर्शन में देश के दूसरे हिस्सों से भी रेजिडेंट डॉक्टर हिस्सा लेने पहुंचेंगे। इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पदाधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि एलोपैथिक डॉक्टर व मेडिकल के छात्र एनएमसी बिल के खिलाफ हैं। एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (आरडीए) ने लंबे समय से इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। पिछले दिनों लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टरों व छात्राओं ने प्रदर्शन किया था। मंगलवार को फोर्डा के नेतृत्व में रेजिडेंट डॉक्टरों ने लेडी हार्डिग, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज व यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस (यूसीएमएस) में जाकर मेडिकल छात्रों को प्रस्तावित बिल की खामियों के बारे में बताया। रेजिडेंट डॉक्टरों को डर है कि आयोग के गठन से मेडिकल शिक्षा में निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही डॉक्टर आयुष के चिकित्सकों के लिए ब्रिज कोर्स शुरू करने के प्रस्ताव का भी विरोध कर रहे हैं।
एम्स आरडीए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विजय गुर्जर ने कहा कि ब्रिज कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है। फोर्डा के अध्यक्ष डॉ. विवेक चौकसे ने कहा कि मंगलवार को सफदरजंग व एम्स को छोड़कर सभी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज में एकत्रित होंगे। वहां से इंडिया गेट की तरफ पैदल मार्च करेंगे। एम्स आरडीए के अध्यक्ष डॉ. हरजीत भट्टी ने कहा कि एम्स व सफदरजंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर व मेडिकल के छात्र दोपहर में संस्थान से संसद तक पैदल मार्च करेंगे।