दिल्ली में शुरू हुआ 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान'

दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार नेरेड लाइट ऑन गाड़ी ऑफमहाअभियान को पूरे दिल्ली में शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 09:12 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 09:12 PM (IST)
दिल्ली में शुरू हुआ 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान'
दिल्ली में शुरू हुआ 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान'

राज्य ब्यूरो,नई दिल्ली

दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ अभियान' को पूरी दिल्ली में शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत बुधवार से दिल्ली के 100 प्रमुख चौराहों पर तैनात 2500 पर्यावरण मॉर्शल ने प्ले कॉर्ड के जरिये वाहन चालकों को जागरूक करना शुरू कर दिया। इनकी दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है। पहली शिफ्ट सुबह 8 से दोपहर दो बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक होगी। अभियान 15 नवंबर तक चलेगा।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आइटीओ पर अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने दिल्ली के दो करोड़ निवासियों से अपना योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदूषण के खिलाफ युद्ध में दिल्ली सरकार और विभिन्न एजेंसियां शामिल थीं, लेकिन बुधवार से इस लड़ाई में दिल्ली के दो करोड़ लोगों को शामिल होने का आह्वान किया जा रहा है। जब सरकार और समाज दोनों मिलकर लड़ेंगे तभी हम प्रदूषण के खिलाफ लड़ाई को जीत सकेंगे। उन्होंने कहा कि अगर दिल्लीवासी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान देते हैं, तो वाहन प्रदूषण को 15 से 20 फीसद तक कम किया जा सकता है।

अभियान में उतरेंगे सभी पार्षद, विधायक व सांसद

राय ने बताया कि अभियान को गति देने के लिए दिल्ली के सभी सांसद, विधायक और पार्षद भी सड़क पर उतरेंगे। दिल्ली के आप विधायक बृहस्पतिवार को तिलक मार्ग स्थित भगवान दास क्रॉसिग पर अभियान में हिस्सा लेकर लोगों को जागरूक करेंगे। इसी तरह सभी पार्षद 23 अक्टूबर यानी शुक्रवार को बाराखंभा रोड स्थित टॉलस्टॉय मार्ग पर और 24 अक्टूबर को दिल्ली के सभी सांसद इंडिया गेट के पास सी-हेक्सागन, राजपथ क्रॉसिग पर लोगों को जागरूक करेंगे।

प्रदूषण के समाधान के लिए हम सबको उतरना पड़ेगा

गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण की समस्या अगर हम सबको झेलनी पड़ रही है तो समाधान के लिए हम सबको उतरना पड़ेगा। दिल्ली की आरडब्ल्यूए, ईको क्लब के साथ भी हम लोग संपर्क कर रहे हैं। हम सब परिवार को समझाएं कि दिल्ली के अंदर रेड लाइट पर गाड़ी बंद रखें। अगर इमरजेंसी आती है तो ऑड-इवन पर किया जाएगा विचार

राय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह अभियान पूरी तरह से स्वैच्छिक है। किसी को किसी भी तरह का जुर्माना नहीं लगाया जाएगा। समस्या हमारी है, तो समाधान भी हमें ही करना पड़ेगा। हमारी कोशिश है कि उन तमाम रास्तों को अपनाया जाए, जिससे प्रदूषण कम हो। दिल्ली में हम ऑड-इवन लागू करते रहे हैं, अगर इमरजेंसी आती है, तो उस पर भी फिर विचार करेंगे। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट

कर लोगों से की अपील

मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि दिल्ली के लोगों ने बहुत बड़े-बड़े काम करके दिखाए हैं। पिछली बार प्रदूषण को 25 फीसद तक कम करके दिखाया था। आइए एक बार फिर से मिलकर प्रदूषण को कम करने में अपना योगदान दें। रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ का पालन करें।

साल में एक व्यक्ति को करीब 7000 रुपये की बचत होगी

पूरी दिल्ली में करीब एक करोड़ वाहन पंजीकृत हैं। उसमें 30 से 40 लाख वाहन भी प्रतिदिन सड़कों पर आते हैं और धुआं छोड़ते हैं। इन वाहनों में से अगर 10 लाख वाहन चालक भी रेड सिग्नल पर अपनी गाड़ी को बंद करना शुरू कर दें तो विशेषज्ञों के किए गए आकलन के मुताबिक साल भर में पीएम-10 की मात्रा 1.5 टन कम हो जाएगी। वहीं पीएम-2.5 की मात्रा 0.4 टन कम हो जाएगी।

ऑफिस आने-जाने में एक गाड़ी रेड सिग्नल पर रोज औसतन 15 से 20 मिनट रुकती है और करीब 200 मिलीलीटर तेल की खपत होती है, यदि गाड़ी बंद रखी जाए, तो साल में करीब 7000 रुपये की बचत हो सकती है।

chat bot
आपका साथी